विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर केंद्रीय सरना समिति एवं चडरी सरना समिति के द्वारा बबलू मुंडा की अगुवाई में अल्बर्ट एक्का चौक में फलदार एवं छायादार पौधा वितरण किया गया। केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाया गया। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर 10,000 पौधा निशुल्क बांटे गए।
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बबलू मुंडा ने बताया आज देश प्रदेश में विकास के नाम पर हजारों लाखों वृक्षों को कटाई कर दी गई और वृक्ष लगाने का नाम पर सिर्फ सरकारी फंड का दुरुपयोग हुआ है।आज वृक्ष कटाई के कारण जलवायु परिवर्तन हुआ है जिसके कारण जीव जंतु एवं मानव जाति के जीवन में दुष्प्रभाव पड़ा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर संकल्प दिवस के रूप में मनाया और सभी मानव जाति के लोगों से पौधा लगाने के लिए आग्रह किया।
मुख्य पहान जगलाल पहान ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस पर भी आने वाले पीढ़ी को अपनी धर्म संस्कृति रीति रिवाज रूढ़िवादी व्यवस्था एवं परंपरा को बताने की जरूरत है तभी आदिवासी संस्कृति बच पाएगा।

चडरी सरना समिति के प्रधान महासचिव सुरेंद्र लिंडा ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आदिवासी भाई-बहनो ने अपनी परम पारीक वेशभूषा एवं पारंपरिक अस्त शास्त्र के साथ जुलूस के शक्ल में मुख्य पथ पर निकले आने वाले वर्षों में भी इससे भभ्व एवं विशाल जुलूस निकालकर आदिवासी एकता का परिचय देंगे।
चडरी सरना समिति के पुजा अध्यक्ष सबलू मुंडा ने कहा कि आदिवासी समाज को बचाने के लिए युवा वर्ग को आगे आने की जरूरत है।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप से रांची के लोकप्रिय विधायक सीपी सिंह, रांची नगर निगम के पूर्व महापौर आशा लकड़ा, मुख्य पहान जगलाल पहान, केंद्रीय सरना समिति के महासचिव कृष्णकांत टोप्पो, पुजा समिति संरक्षक जितेंद्र सिंह, पुजा समिति अध्यक्ष सबलू मुंडा, केंद्रीय धुमकुड़िया अध्यक्ष श्री सुनील टोप्पो, मुख्य सलाहकार कुमोद कुमार वर्मा, राहुल मुंडा,रामा मुंडा, प्रकाश मुंडा, सबलू खान,भोला केसरी,परवेज भाई,नवशाद भाई,राज मुंडा, संजू खलखो, नीरज चौधरी, काली उरांव, विक्की सोनी,मनीष वर्मा, विशाल मंडा, मुन्ना हेंब्रम, आदि उपस्थित थे।