पासवा के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में जागृति फैलाने के कारण पक्ष और विपक्ष हर किसी की प्राथमिकताओं में है शिक्षा:

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पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद 12 अगस्त को रांची पहुंचेंगे एवं आदिवासी जीवन दर्शन कार्यक्रम में शामिल होंगे – आलोक दूबे

पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने बताया कि प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन लगातार शिक्षा के क्षेत्र में लोगों को संपूर्ण झारखंड में जागृत करता जा रहा है।


बता दे कि पिछले दिनों पासवा ने मैट्रिक तथा इंटर की परीक्षा सीबीएसई, आईसीएसई तथा जैक बोर्ड तीनों बोर्ड के विद्यार्थियों को में 70% अंक लाने पर सम्मानित कर उनके मनोबल को बढ़ाने का काम किया। और राज्य का सबसे बड़ा छात्र प्रतिभा सम्मान समारोह शहीद टाना भगत इंडोर स्टेडियम खेलगांव रांची में 15000 से अधिक बच्चों को सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त लगभग झारखंड के प्रत्येक जिले में जैसे जमशेदपुर, लोहरदगा, रांची,चतरा, हजारीबाग आदि विभिन्न जिलों में ग्रामीण क्षेत्र के हजारों बच्चों को सम्मानित कर उन्हें समाज सेवा, राष्ट्र सेवा और राष्ट्र की मुख्यधारा में जुड़ने को प्रेरित किया।

इतना ही नहीं पासवा ने प्रत्येक वर्ष निजी विद्यालयों के हजारों शिक्षकों को जो बहुत कम पैसे में पूर्ण श्रद्धा और निष्ठा से गुणात्मक शिक्षा प्रदान करते हैं उन्हें रांची तथा झारखंड के प्रत्येक जिले में शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित कर उन हजारों शिक्षकों का उत्साहवर्धन किया ताकि वे भी गुणात्मक शिक्षा देकर बच्चों को समाज के मुख्य धारा में जोड़ने का कार्य करें।


और इसी की परिणिति है कि आज पक्ष और विपक्ष हर किसी की प्राथमिकताओं में शिक्षा प्रथम स्थान पर है और आज विभिन्न दलों के मंत्रीगण जनप्रतिनिधि शिक्षा के क्षेत्र में सम्मान समारोह आयोजित कर विद्यार्थियों और शिक्षकों का मनोबल बढ़ा रहे हैं।

प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया की पासवा संपूर्ण राष्ट्र और विशेष रूप से झारखंड में लगातार निजी विद्यालयों और बच्चों के हित में कार्य कर रही है।

आलोक दूबे ने कहा पासवा ऐसा महसूस करती है कि झारखंड में 40000 छोटे निजी विद्यालय हैं जो झारखंड के शिक्षा की नींव है और इनका उत्साहवर्धन किया जाना बहुत जरूरी है तभी झारखंड में शिक्षा का गुणात्मक विकास हो सकता है क्योंकि यह छोटे निजी विद्यालय यदि एक विद्यालय में 15 शिक्षक भी माने जाएं तो लगभग छह लाख शिक्षकों को 1लाख गैर शिक्षण कर्मी और लाखों लाख ठेले वाले चाट गुपचुप वाले रिक्शा वाले टेंपो वाले मिलकर लगभग नौ लाख रोजगार प्रदान करती है और झारखंड के लाखों बच्चे इन छोटे निजी विद्यालय में अध्ययन रहते हैं।
अतः सरकार और जनप्रतिनिधियों को इनका उत्साहवर्धन करना चाहिए न कि इनपर कठिन शर्त आरोपित करने चाहिए।


प्रदेश अध्यक्ष ने कहा पासवा अपने इस उद्देश्य में सफल भी हुई है यही कारण है कि आज पक्ष और विपक्ष हर किसी के प्राथमिकताओं में है शिक्षा। अभी पिछले दिनों जब पासवा  मुख्यमंत्री से निजी विद्यालयों की समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा तो माननीय मुख्यमंत्री जी ने भी बहुत ही संवेदनशील तरीके से इस समस्या को सुना और उनके प्रति संवेदनशील व्यवहार करने का उनकी मांगों को मानने का आश्वासन दिया।


इसी क्रम में पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष 12 अगस्त को दो दिवसीय दौरे पर झारखंड की राजधानी रांची पहुंच रहे हैं।12 अगस्त को न्यू ऑक्सफोर्ड स्कूल बूढ़ीबागी कांके में आयोजित आदिवासी जीवन दर्शन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में शामिल होंगे एवं बच्चों को सम्मानित करेंगे।

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