10 लाख का इनामी नक्सली पुलिस मुठभेड़ में किया गया ढ़ेर।

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प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद यानी जेजेएमपी के सुप्रीमो पप्पू लोहरा और सबजोनल कमांडर प्रभात गंजू को शनिवार सुबह लातेहार थाना क्षेत्र के इचाबार जंगल में पुलिस मुठभेड़ में मार दिया गया।

पप्पू लोहरा

बता दे कि संगठन का एक और उग्रवादी आशीष सिंह घायल हुआ है पुलिस ने इस घटनास्थल से दोनों उग्रवादियों के शव बरामद कर लिए हैं। मुठभेड़ में पुलिस की सेट टीम के एक जवान अवध सिंह भी गोली लगने से घायल हो गए। उन्हें लातेहार सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रांची के राज अस्पताल में भर्ती कराया गया है वहीं घायल जवान को देखने के लिए रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और डीजीपी अनुराग गुप्ता सहित अन्य पुलिस की वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे।

घायल जवान से मिलते रक्षा राज्य मंत्री

मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए पलामू के जोनल आइजी सुनील भास्कर ने बताया कि लातेहार एसपी कुमार गौरव के नेतृत्व में पुलिस की टीम में सर्च ऑपरेशन चलाया गुप्त सूचना मिली थी कि पप्पू लोहरा अपने दोस्त के साथ लोहरदगा और लातेहार की सीमा पर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए ईचावर जंगल में जमा हुआ है इसी आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की पुलिस के पहुंचते ही उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी तभी कार्रवाई में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला मुठभेड़ में पप्पू लोहरा और प्रभात गंजू मौके पर ही ढेर हो गए पुलिस ने घटना स्थल से एक इंसाज राइफल 20 खोखा दो मैगजीन एक मोटरसाइकिल तीन पिट्ठू बैग एक शोल्डर बैग और एक तिरपाल बरामद किया है।

वही जानकारी के मुताबिक बता दे आपको की पप्पू लोहरा लातेहार सदर थाना क्षेत्र के कोने गांव का निवासी था वह पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गढ़वा और चतरा जिले में आतंक का पर्याय बन चुका था।

वह ठेकेदारों ईट भट्ठा संचालक जमीन कारोबारी सीमेंट और कोयला व्यवसाई से लेवी वसूलत था यहां तक की रेलवे से जुड़े जुड़े ठेकेदारों को भी नहीं बक्शता था।

पिछले एक दो वर्षों से वह टेंडर मैनेजमेंट में भी शामिल हो गया था जिससे संवेदको में भारी दहशत का माहौल था उसके मारे जाने से स्थानीय लोगों और पुलिस को बड़ी राहत मिली है।

वही बकोरिया मुठभेड़ से चर्चा में आया पप्पू लोहरा के बारे में अगर बात की जाए तो 8 जून 2015 को पलामू के सतबरवा ओपी क्षेत्र के बकोरिया में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ हुई थी जिसमें माओवादी कमांडर अनुराग उसका बेटा भतीजा पर शिक्षक उदय यादव समेत 12 लोगों की मौत हुई थी उस समय सुरक्षा बलों ने दावा किया था कि सभी उग्रवादी मुठभेड़ में मारे गए हैं। हालांकि बाद में जांच में सामने आई थी अनुराग सहित अन्य को जेजेएमपी के सुप्रीमो पप्पू लोहार और उसके दस्ते ने मारा था। उस वक्त यह भी चर्चा थी कि पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने हीं पप्पू को खिलाफ खड़ा किया इस मामले की सीआईडी जांच के बाद सीबीआई ने केस क्लोजर रिपोर्ट तैयार कर दी थी जिस पर शिकायतकर्ता जवाहर यादव ने कोर्ट में प्रोटेस्ट याचिका दायर की थी।

वहीं पूरे मामले पर IG सुनील भास्कर ने कहा है कि लातेहार पुलिस के लिए यह एक अभूतपूर्व सफलता है इससे इलाके में उग्रवाद पर करारा प्रहार हुआ है और आने वाले दिनों में इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।

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