राज्य भर के वित्त रहित इंटर कॉलेज, उच्च विद्यालयों, संस्कृत विद्यालयों एवं मदरसा विद्यालयों के प्राचार्य/ प्रधानाचार्य एवं शिक्षक प्रतिनिधियों की बैठक सर्वोदय बाल निकेतन, उच्च विद्यालय धुर्वा, रांची में श्री अनिल तिवारी मोर्चा के वरिष्ठ नेता की अध्यक्षता में हुए।
बैठक में 500 से ज्यादा प्राचार्य /प्रधानाचार्य ने बैठक में भाग लिए।
प्राचार्य एवं प्रधानाचार्य ने 75% अनुदान की राशि में वृद्धि के विभागीय संलेख पर मंत्री द्वारा अनुमोदन करने के लिए एक स्वर से बधाई दिए।
और कहे की शिक्षा मंत्री बैजनाथ राम 10000 शिक्षक कर्मियों के दर्द को समझे।


बैठक में कहा गया कि 1 वर्ष से संचिका अनुदान बढ़ोतरी के विभाग में लंबित था । और आगे कार्रवाई नहीं हो रही थी।
विभागीय मंत्री ने स्वयं पहल कर पित्त पत्र के माध्यम से संचिका भेजने के लिए मांगे। विभागीय सचिव द्वारा संचिका भेजने के 24 घंटा के भीतर मंत्री ने अनुमोदन कर संचिका वित्त विभाग के लिए लौटा दिया।

विभाग आज 75% बढ़ोतरी से संबंधित संचिका वित्त विभाग के अनुमोदन के लिए आज वित्त विभाग को भेज दिया।
बैठक में सारे प्राचार्य एवं प्रधानाचार्य ने एक स्वर से मुख्यमंत्री से अगली कैबिनेट में इसे रखने के लिए आग्रह किया। ताकि मंत्री परिषद की सहमति मिल सके।
प्राचार्य एवं प्रधानाचार्ययों ने कहा मुख्यमंत्री सभी लोगों को कुछ ना कुछ लाभ दिए। लेकिन वित्त रहित के 10000 शिक्षक जो 25 वर्षों से बिना वेतन के केवल अनुदान पर काम कर रहे हैं ।अभी तक कोई सार्थक पहल नहीं किए थे ।मुख्यमंत्री से अनेको बार मोर्चा के प्रतिनिधि मिले हैं। और वह आश्वासन दिए हैं कि आपकी समस्याओं का समाधान होगा ।
बैठक में प्राचार्य एवं प्रधानाचार्य ने मुख्यमंत्री से अभिलंब संचिका मंगाकर कैबिनेट में रखने के लिये आग्रह किये। ताकि वित्त रहित शिक्षकों को न्याय मिल सके।


बैठक में मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया के जो राज्य कर्मी का दर्जा के लिए जो संचिका कार्मिक में लंबित है और कार्मिक के मंत्री स्वयं मुख्यमंत्री होते हैं ।इसमें पहल कर तुरंत निर्णय करने का आग्रह किया गया ।
विदित हो की मुख्यमंत्री के विधानसभा में आश्वासन और और सीएमओ के पत्र के आलोक में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने कार्मिक विभाग को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था।
02 अगस्त को पुण: शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव ने स्मार पत्र भी कार्मिक विभाग को भेज दिया है।
बैठक में प्राचार्य एवं प्रधानाचार्य ने एक स्वर से कहा कि विगत 25 वर्षों से बिना वेतन के काम ये शिक्षक कर रहे हैं । वे वेतन के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

बैठक में सर्वसम्मत से निर्णय लिया गया कि अगर 02 अक्टूबर तक संचिका कैबिनेट नहीं गया तो राज्य भर के 10000 शिक्षक कर्मचारी 02 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन उपवास पर रहेंगे और 08 अक्टूबर मंगलवार को राजभवन के सामने महा धरना देंगे ।
बैठक को हरिहर प्रसाद कुशवाहा, गणेश महतो, कुंदन कुमार सिंह ,डॉ देवनाथ सिंह, नरोत्तम सिंह, संजय कुमार, फजलुल कदीर अहमद ,मनोज तिर्की, रघु विश्वकर्मा, मुरारी सिंह रेशमा बेक,विरसो उरांव, विनय उरांव ने अपने विचार व्यक्त किया।
बैठक में मोर्चा ने सभी शिक्षक कर्मियों से आगे संघर्ष के लिए तैयार रहने को कहा।
बैठक में तय किया गया कि मोर्चा सभी दलों के घोषणा पत्र में वित्त रहित शिक्षा नीति समाप्त कर वेतनमान देने के मांग को रखने का आग्रह करेगा।

मोर्चा के नेता मनीष कुमार, अर्जुन पांडे ,भागीरथ पासवान, विनय कश्यप ने कहा कि शिक्षक कर्मी आंदोलन के लिए तैयार रहे।
तभी सरकार मांगों पर विचार करेंगे । बैठक में सर्वसम्मत से तय किया गया कि जब भी मोर्चा का आवाहन होगा। एक-एक शिक्षक कर्मी संघर्ष के लिए रांची के धरती पर उतरेंगे।
बैठक में राज्य के सभी विधायकों से मुख्यमंत्री पर वेतन देने के लिए दबाव बनाने का निर्णय लिया गया और कहा गया कि सभी शिक्षक कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों पर इसके लिए दबाव बनाएं और अगर वह वोट के लिए जाते हैं तो कहे कि पहले मुख्यमंत्री से हमारी समस्याओं का निदान कराया जाय तभी वित्त रहित शिक्षक आपको वोट देंगे।

बैठक में मोर्चा के नेता रघुनाथ सिंह, अरविंद सिंह, हरिहर प्रसाद कुशवाहा, पशुपति महतो और गणेश महतो ने कहा कि जब तक 75% अनुदान बढ़ोतरी के अधिसूचना जारी नहीं होगी राज्य कर्मी के दर्जा पर अंतिम निर्णय नहीं होगा ।मोर्चा अपना संघर्ष जारी रखेगा।
अंत में मोर्चा के कामों में सहयोग के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के प्रति आभार व्यक्त किया गया ।और कहां गया कि केशव महतो कमलेश मोर्चा के मांगो पर सहयोग के लिए तत्पर रहते हैं ।और वित्त विभाग में संचिका जाने में इनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। मोर्चा ने शिक्षा मंत्री श्री बैजनाथ राम के प्रति आभार व्यक्त किया।

और कहां की उनके प्रयास से मोर्चा के हर मांगों पर विभाग में कार्रवाई चल रही है ।
अंत में अध्यक्ष के संबोधन के बाद बैठक की कार्रवाई समाप्त की गई ।
बैठक के निर्णय की जानकारी प्रेस को मनीष कुमार और अरविंद सिंह ने दिया है।