झारखंड की खनिज संपदा अडानी-अंबानी को देना चाहती है बीजेपी: सुप्रियो

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झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने शनिवार को देवघर में प्रेस वार्ता की. कहा कि आज देश के गृह मंत्री फिर संताल दौरे पर हैं. कहा कि अब गांव के लोग भी भाजपा के शीर्ष नेताओं की बात सुनना पसंद नहीं कर रहे हैं। इसलिए उन्हें बार-बार झारखंड आना पड़ता है. कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने हमारे नेता हेमंत सोरेन से कुछ सवाल पूछे हैं. अब ये सवाल हेमंत के सामने बने हुए हैं. वे उनसे सवाल भी नहीं पूछ सकते. इसलिए मैं ही गृह मंत्री के सवालों का जवाब दे रहा हूं.’ उन्होंने कहा कि ये लोग आदिवासी सम्मान की बात करते हैं.



कहा कि अमित शाह ने कहा कि देश में आदिवासी राष्ट्रपति बनाने वाले वे पहले व्यक्ति थे. कहा कि इससे पहले कभी इस बात पर चर्चा नहीं हुई कि राष्ट्रपति किस धर्म या जाति के हैं. इस तरह की बात तब शुरू हुई जब रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बने. कोविंद दलित समुदाय से आते थे. कहा कि इस तरह से इस पोस्ट का राजनीतिक इस्तेमाल भी किया जा रहा है. इसी तरह उन्होंने कहा कि घुसपैठ रोकना केंद्र का काम है. लेकिन हम रुक नहीं सके. उन्होंने कहा कि लेकिन कथित घुसपैठियों को राशन कार्ड देने का काम हेमंत सरकार ने किया. कहा कि जब केंद्र यानी गृह मंत्री मान रहे हैं कि घुसपैठ हुई है तो आप कुर्सी पर क्यों बैठे हैं. आपको इस्तीफा दे देना चाहिए. 2024 से कैसे शुरू हुई ये घुसपैठ? यह पहले क्यों नहीं था?



कहा कि राशन कार्ड बनाने के लिए पहली शर्त आधार कार्ड है। यह आधार कार्ड राज्य सरकार द्वारा नहीं बनाया जाता है। यानी आप मानते हैं कि घुसपैठ हो रही है और आप इसके लिए आधार कार्ड भी बनवा लेते हैं. सुप्रियो ने कहा कि फिर ये लोग राज्य सरकार को जिम्मेदार कैसे ठहरा सकते हैं. कहा कि यह अजीब स्थिति है. कहा कि यहां पेपर लीक होते हैं, उत्तर प्रदेश में 7 साल में 17 बार पेपर लीक हुए। कहा कि अभी नीट की परीक्षा हुई है। इसमें एक बड़ी समस्या थी. इसका अभिनय केंद्र कहाँ था? गुजरात में था. गुजरात में उनकी सरकार है. बोले, दरअसल आपको यहां की खनिज संपदा की चिंता है। कहा कि यह हमारी भी चिंता है. लेकिन दोनों के उद्देश्य अलग-अलग हैं. कहा कि आप यहां की खनिज संपदा अपने दो मित्रों अडानी और अंबानी को देना चाहते हैं। इस चुनाव में यही लड़ाई है. इसीलिए झारखंड की अस्मिता का सवाल उठाया जा रहा है. लेकिन जनता मूर्ख नहीं है. उनकी चालें समझता है.

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