पूरे भारत के आदिवासी भारत के विभिन्न राज्यों से आदिवासी दिल्ली के जंतर-मंतर में अलग आदिवासी धर्मकोड की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए।

जंतर मंतर में झारखंड,आसम ,बंगाल, बिहार, उड़ीसा ,राजस्थान आदि राज्यों से सैकड़ो की संख्या में आदिवासी अलग धर्म कोड की हुंकार भरी मौके पर।

केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष श्री फुलचंद तिर्की जी ने कहा कि आदिवासी अलग-अल आदिवासी समाज का धर्म कोड मांग करके आदिवासी समाज को गर्त में धकेलना का काम किया हैl धर्मकोड की मांग कर राष्ट्रीय स्तर पर अलग धर्म कोड की आवाज कमजोर हुई है। इससे केंद्र की सरकार को एक बहाना मिल गया है कि आदिवासी अलग-अलग धर्मकोड की मांग कर रहे हैं। इसलिए केंद्र सरकार आदिवासी धर्मकोड को देना नहीं चाहती है।


बताया कि अब समय आ गया है कि पूरे देश के आदिवासियों को एकजुट होकर एक धर्म कोड पर सहमती जताए और अपने आदिवासी की अस्मिता को बचाए रखें। मौके पर पूर्व मंत्री देव कुमार धान , समाजसेवी निशा भगत,संजय तिर्की, प्रमोद एक्का , अनीता तिर्की ,प्रियंका कुजूर, निर्मल पहान ,बुनू तिर्की अभय भूटकुवर एवं अन्य शामिल थे।