शौण्डिक समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने की उठी माँग ।

Spread the love

राँची के मोराबादी स्थित संगम गार्डन में अखिल भारतीय शौण्डिक सम्मेलन सह सम्मान समारोह किया गया। इस दौरान शौण्डिक को अनुसूचित जाती में शामिल करने की मांग की गई।

इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों ने सम्मेलन के दौरान समाज के विकास के लिए अपने उद्गार व्यक्त किये। दिनेश प्रसाद साहू ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए संघ के गठन में स्वर्गीय शिव प्रसाद साहू के योगदान की चर्चा की ।उन्होंने कहा कि सन 1984 में उनके द्वारा दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसके कदम चिन्हों पर चलते हुए समाज के विकास के लिए कार्य कर रहे है।उन्होंने संघ के संस्थापक स्वर्गीय ओम प्रकास साह ,स्वर्गीय काशी नाथ साहू,स्वर्गीय जगमोहन लाल साहू,स्व लष्मी साहू सभी के योगदान की चर्चा की।उन्होंने समाज के विकास के लिए अपनी प्रतिबध्दता दोहराई और उन्होंने महिलाओं से आग्रह किया कि वे आगे आये क्योंकि उनके सक्रिय सहयोगी के बगैर समाज का विकास नही हो पायेगा। उन्होंने शौण्डिक वर्ग को अनुसूचित जाति में शामिल करने की बात कही और कहा कि शीघ्र ही सरकार को इस सम्बंध मे ज्ञापन दिया जाएगा। उन्होंने बताया की समाज के विकास के लिए सभी के बीच एकता और समरसता की भावना लानी होगी। इस अवसर पर उपस्थित दिलीप कुमार, उपसभापति अखिल भारतीय शौण्डिक संघ ने कहा कि भारत मे हम अलग अलग संगठनों में विभाजित है। आवश्यकता इस बात की हम संगठन से ऊपर उठकर समाज की बात करें तभी हमारी राजनीतिक शक्ति बढ़ेगी और हम अपने विकास की कामना कर सकेंगे।

श्याम सुन्दर प्रसाद महामंत्री अखिल भारतीय शौण्डिक संघ ने शौण्डिक संघ की स्थापना के लिए झारखंड को नमन किया । उन्होंने कहा कि हम सभी समाज के लोग चाहे हम नेपाल से हो बिहार से हो या कही और से हम सभी एक है।1945 में अखिल भारतीय शौण्डिक संघ की स्थापना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने समाज के शैक्षणिक विकास की परिकल्पना की ,उन्होंने कहा कि बगैर इसके समाज का विकास नही हो पायेगा। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर समाज के विभिन्न वर्गों के लिए शिक्षा ,स्वास्थय की व्यवस्था करना हमारा मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। समीर कुमार महासेठ ,उद्योग मंत्री बिहार सरकार ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए शौण्डिक समाज को एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमने समाज के विकास के लिए काफी कार्य किया मगर हमारी राजनीतिक पहचान नही बन पाई जिसके लिए हमे एकजुट होकर कार्य करना होगा। हमने सुढ़ि समाज से इतर समाज के सभी वर्गो को आर्थिक सहायता प्रदान की है हमारा इतिहास दाताओं का रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे समाज के आर्थिक रूप से सुदृढ़ लोगों को समाज के गरीब तबकों के लोगो के विकास के लिए प्रयत्न करना चाहिए। श्री रंजन कुमार,अध्यक्ष दिल्ली सुढ़ि समाज ने कहा कि किसी भी संगठन को ऐसे आयोजनों से प्रेरणा मिलती है।यहाँ हम अपने भविष्य की रूप रेखा बना सकते है और उसे कार्यान्वित कर सकते है।

श्री रंजन कुमार ,अध्यक्ष दिल्ली सुढ़ि समाज ने इस दौरान वक्तव्य देते हुए शिक्षा पर विजय प्राप्त करने की कामना की । उन्होंने कहा कि इस विजय से ही आर्थिक सुदृढ़ता आएगी और तभी हम समाज को आगे बढ़ा पाएंगे। आदित्य साहू- सांसद राज्यसभा ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि हमें सम्पूर्ण राज्य का दौरा कर के सभी से मिलना चाहिए और सभी की समस्याओं को जानकर विचार विमर्श कर उनके समाधान का प्रयाश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे समाज मे दहेज की प्रथा जड़ तक है जिसे समाप्त करने की आवश्यकता है।उन्होंने बताया कि हम बेटी बचाओ की बात करते है जो सही मायने में इस कुप्रथा के दूर होने से ही हो सकता है। धीरज प्रसाद साहू-राज्य सभा सांसद सह संरक्षके झारखंड प्रदेश शौण्डिक संघ ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए समाज के सभी लोगो से एकजुट रहने की कामना की।उन्होंने कहा कि हमारा विकास तभी हो पायेगा जब हम एकजुट हो पाएंगे।

इस अवसर पर नेपाल से आये श्री परमेश्वर महासेठ-अध्यक्ष सूरी समाज महासंघ ,नेपाल ने कहा कि हमने नेपाल में सुढ़ि समाज का गठन किया है जो समाज के विकास के लिए कार्यरत है और हम भारतीय संघ के साथ मिलकर काम करना चाहेंगे। श्री सुमन महासेठ पूर्व एम एल सी बिहार ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि हम अपनी राजनीतिक पहचान खो रहे है जिसके लिए हमे एकजुट होने की जरूरत है। औरंगाबाद से आये डॉ प्रकाश ने कहा कि समाज के ऐसे लोग जो आर्थिक रूप से कमजोर है उनके उद्धार के लिए सहयोग के लिए आर्थिक रूप से सुदृढ़ लोगो को आगे आने की आवश्यकता है। सम्मेलन के खुले सत्र में भी वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये।

Leave a Reply