15 नवंबर से पूर्व सरकार से आंदोलनकारियों को मान सम्मान, पहचान, नियोजन, पेंशन देने की मांग ।
लोहरदगा में सम्मान समारोह एवं उलगुलाम सभा का आयोजन ।
लोहरदगा-झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा लोहरदगा जिला के तत्वावधान में आज ब्लॉक परिसर में सम्मान समारोह एवं उलगुलाम सभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर सरकार से मांग की गई कि राज्य गठन की तिथि के पूर्व जेल जाने की बाध्यता को समाप्त करते हुए एक-एक आंदोलनकारी को मान सम्मान, पहचान, नियोजन -पुत्र पुत्रियों व आश्रितों एवं सम्मान राशि 50-50 हजार रु.दे. आंदोलनकारी परिजनों को मेडिकल, शिक्षा एवं आंदोलनकारी दिशुम गुरु आबुआ आवास दे. सम्मान समारोह में 50 आंदोलनकारी को सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।

मौके पर मुख्य अतिथि संघर्ष मोर्चा के संस्थापक एवं प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने कहा कि बेहतर झारखंड बनाने के लिए आंदोलनकारियों को आज जाति और पार्टी की भावनाओं से ऊपर उठकर कार्य करने की आवश्यकता है.आज झारखंड आंदोलनकारी ही राज्य की सबसे अधिक शक्तिशाली एवं ताकतवर हैं झारखंड आंदोलनकारी अपनी ताकत को खंडित ना होने दे. साझी विरासत को गांव एवं समाज के बीच बनाए रखें.जिस प्रकार हमारे अखाड़ा में सामूहिकता एवं विशाल संस्कृति का प्रदर्शन होता है उसे सदा बनाए रखें जाति पार्टी के नाम पर बांटने वाली ताकतों से आंदोलनकारी सावधान रहें. उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी को आज बड़ा फैसला लेने का वक्त आया है वह अपने घरों में नहीं बल्कि अपने अखाड़े में बैठना शुरू करें. जिन मूल्यों को लेकर अलग राज्य का गठन हुआ है उसे मूल्यों को स्थापित करने तक संघर्ष करना है।
केंद्रीय संयोजिका रोजलिन तिर्की ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारी राज्य के स्वाभिमान की रक्षा के लिए तैयार रहें. इस राज्य के आंदोलनकारी गौरव हैं और हमारे आंदोलनकारी के गौरव पुत्र मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हैं. आज अपने पुत्र से हम आंदोलनकारी काफी उम्मीद करते हैं कि उनके नेतृत्व में आंदोलनकारी का विकास एवं समुचित कल्याण होगा।
केंद्रीय संयोजक अभय कुजूर ने कहा कि झारखंड को बेहतर बनाने के लिए लड़े थे और आज फिर एक आंदोलन करना पड़ेगा हम इसके लिए तैयार है लेकिन झारखंड का मान सम्मान को कम नहीं होने दे।

लोहरदगा के समाजसेवी कमल केसरी ने कहा कि प्रत्येक आंदोलनकारी को प्रशस्ति पत्र एवं ताम्र पत्र देकर राज्य सरकार राजकीय समारोह पूर्वक मान सम्मान देने का काम करें झारखंड आंदोलनकारी दिवाकर साहू ने कहा कि झारखंडी हमारी पहचान है इस पहचान को हम उठना नहीं देंगे झारखंड के आन बान शान है आंदोलनकारी इसलिए आंदोलनकारी राज्य को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष रामनंदन साहू ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों के त्याग बलिदान का प्रतिफल ही झारखंड अलग राज्य है कार्यक्रम का संचालन जिला महासचिव कलिंद्र उरांव ने किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में नागेंद्र साहू, भीखराम उराँव, इसरार अहमद, अफरोज आलम, शांता मिंज, प्रतिमा कुजूर,
परमेश्वर साहू तारा राम, जलेश्वर उरांव अंसारी मकबूल अंसारी शाहिद अंसारी निजाम अंसारी मुख्तार अहमद इश्तियाक अहमद जॉन मिंस अलाउद्दीन अंसारी, ताहिर अंसारी, छेदी अंसारी, मनी अंसारी, बालकिशुन यादव,अंसारी प्रदीप उराव, शिवचरण उराव , बिनु महतो दिलदार अंसारी, इस्तीयक मिंज, पंचम मुंडा मोहन मुंडा, वसंत उरांव सहित अन्य उपस्थित थे।