जेटेट पास सहायक अध्यापक अपनी एक मांग वेतनमान की मांग को लेकर धरना के 127वें दिन राजभवन से मुख्यमंत्री आवास घेराव करने पहुंचे पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रोका ।
बता दे जेटेट पास सहायक अध्यापक सम्प्रति पारा शिक्षक विगत 20 वर्षों से लगातार सहायक अध्यापक के पद पर कार्य करने एवं NEP तथा NCTE के सभी वांछित अहर्ताओं को पूरा करने वाले 14 हजार 42 टेट पास सहायक अध्यापकों को सीधे बहाल करने हेतु आग्रह किया है।
विदित हो कि उपरोक्त नियुक्ति में सीधे बहाली हेतु शिक्षकों ने लंबा संघर्ष भी किया है और महाधिवक्ता की राय भी सफल टेट पास कार्यरत टेट पास सहायक अध्यापक सम्प्रति पारा शिक्षकों को स्वीकृत वेतनमान देने की अपनी अनुशंसा भी की है। परन्तु महाधिवक्ता की अनुशंसा के आलोक में अभी तक किसी प्रकार का साकारात्मक कार्रवाई शुरू नहीं की जा सकी है।
प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश उपाध्याय का कहना है की वर्ष 2012 में शिक्षक नियुक्ति नियमावली के आधार पर झारखण्ड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) के प्राप्तांक एवं शैक्षणिक योग्यता, अनुभव के आधार पर वर्ष 2015 से वर्ष 2019 तक लगभग 20 हजार से अधिक प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति हुई थीं।
संगरक्षक प्रमोद कुमार का कहना है कि टेट पास सहायक अध्यापक सम्प्रति पारा शिक्षकों को झारखण्ड के विद्वान महाधिवक्ता के लिखित परामर्श के आधार पर सहायक आचार्य का परीक्षा से मुक्त रखते हुए वेतनमान प्रदान किया जाय ।
हम सभी टेट पास सहायक अध्यापक सम्प्रति पारा शिक्षक राजभवन के समक्ष विगत 127 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं। उच्चस्तरीय कमिटि की अनुशंसा (2020 एवं 2021) एवं बिहार, उड़िसां, छत्तीसगढ़ एवं हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों जहां टेट सफल पारा शिक्षकों को सहायक शिक्षक का दर्जा दिया गया है। इस आधार पर झारखण्ड के भी सफल जेटेट पास पारा शिक्षकों को भी नैसर्गिक न्याय मिलना चाहिए ।