ED आज से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लैंड स्कैम से जुड़े केस में पूछताछ शुरू करेगी. राँची PMLA (प्रीवेन्शन ऑफ़ मनी लाउंड्रिंग एक्ट) की विशेष कोर्ट ने एजेंसी को हेमंत सोरेन से पाँच दिनों तक पूछताछ करने की अनुमति दी है. एजेंसी हेमंत सोरेन से रिमांड के दौरान जिन सवालों के जवाब जानना चाहती है वो ये हैं:-
1- ED के पास जो साक्ष्य है उसे आरोपी के समक्ष रख कर पूछताछ की जाएगी. जिससे यह पता चल पाए कि आरोपी के साथ भूमि के अवैध अधिग्रहण में और कौन कौन शामिल है।
2- आरोपी व्यक्ति के साथ इस पूरे प्रकरण में शामिल अन्य लोगों की भूमिका का पता लगाने के लिए पूछताछ जरुरी है।
3- धन और संपत्ति के उन स्रोतों की जांच करना जिसके जरिए बड़े भूखंड पर कब्जा किया गया एवं आरोपी द्वारा अर्जित की गई अन्य संपतियों की जाँच के संबंध में पूछताछ जरुरी है।

दरअसल लैंड स्कैम से जुड़े मनी लाउंड्रिंग के केस में तलाशी के दौरान ED को बड़गाईं अंचल के के राजस्व भानु प्रताप का मोबाइल फोन मिला था, जिसे एजेंसी ने जब्त कर लिया और उसकी मौजूदगी में ही इसका डेटा निकाला गया. उक्त मोबाइल फोन में नकद लेनदेन, भूमि अधिग्रहण में दूसरों को अवैध लाभ पहुँचाने से संबंधित कई चैट और जानकारियां हैं. उसी जानकारी में हेमंत सोरेन द्वारा अवैध रूप से अर्जित एवं कब्ज़ा की गयी ज़मीन-जायदाद की भी जानकारी मिली है. जो उसके अधिकार क्षेत्र (बड़गाईं अंचल) में स्थित थे,भूमि का कुल क्षेत्रफल 8.5 एकड़ है. CMO के निर्देश पर तत्कालीन अंचल अधिकारी ने हल्का कर्मचारी भानू प्रताप को उक्त भूखंड का निरीक्षण खुद जा कर किया एयर उसके बाद अपनी नोटिंग की. जिस भूखंड के लिए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आरोपी बनाया गया है वह राँची के बड़गाईं में स्थित है और उसका कुल रकबा(क्षेत्रफल) लगभग 8.50 एकड़ है. खतीयान में यह भूखंड लोढ़ा पाहान के नाम से दर्ज है और इसका नेचर बकास्त भुईहरि और गैर भुईहरि दर्ज है।
