(पिस्का-नगड़ी)अंचल सह थाना क्षेत्र नगड़ी के चेटे-पंचायत के सार्वजनिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक आदिवासी पर्यटक स्थल में से एक “ऐतिहासिक 22 पड़हा शक्ति खुटा सांगा पड़हा जतरा स्थल चेटे कुम्बाटोली” की जमीन लूट के खिलाफ “आदिवासी सेना-केन्द्रीय अध्यक्ष-अजय कच्छप के नेतृत्व में स्थानीय जनप्रतिनिधि मुखिया,पंचायत समिति,वार्ड सदस्य,ग्रामप्रधान,ऐतिहासिक 22 पडहा समिति और स्थानीय ग्रामीणों की उपस्थिति में विशेष ग्रामसभा बैठक किया गया।इस बैठक में सामाजिक एवं धार्मिक जमीन को संरक्षित कर सुरक्षित रखने के विषय में विचार-विमर्श किया गया।

इस अवसर पर उपस्थित झारखंड प्रदेश के आदिवासी सेना-केन्द्रीय अध्यक्ष ने कहा कि आदिवासियों की अस्तित्व ही जल,जंगल व जमीन हैं। आज आदिवासी समाज के हरेक नागरिक अपने पहचान सामाजिक,धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल को संरक्षित कर सुरक्षित रखने के लिए गोलबंद होना जरूरी है और आज आदिवासी सेना केंद्रीय समिति झारखंड प्रदेश के नेतृत्व में आदिवासी समाज की अस्तित्व की रक्षा के लिए जो मुडमा मेला जतरा स्थल व ऐतिहासिक 22 पडहा शक्ति खुटा जतरा स्थल चेटे के तर्ज पर समस्त जतरा स्थलों में स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से लगातार जतरा खुटा का निर्माण कार्य कराकर पारम्पारिक धार्मिक जतरा स्थल को संरक्षित कर सुरक्षित करने का लगातार “आदिवासी सेना” पहल कर रहा है।

स्थानीय जन प्रतिनिधि मुखिया श्रीमती रेणु बाला मिंज ने बताया कि जतरा स्थल को बचाने और अतिक्रमण को रोकने के लिए ग्रामीण और प्रबुद्ध लोंगों की संयुक्त बैठक किया गया। इसमें सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जतरा स्थल के आसपास के जमीन को कोई भी व्यक्ति दलालों के हाथ नहीं बेचें।आसपास की जमीन बेचने से पहले रैयत ग्रामसभा से मंजूरी ले।

पंचायत समिति सदस्य श्रीमती दुर्गी पूर्ति बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि चेटे-पंचायत के ऐतिहासिक 22 पडहा जतरा स्थल के आसपास की खरीद-बिक्री करने की परमिशन/मोटेशन हेतू अंचल अधिकारी नगडी पहले ग्रामसभा से सत्यापन कराकर जमीन की खरीद-बिक्री हो।इसकी माँग को लेकर ग्रामीणों की उपस्थिति में अंचल अधिकारी/उपायुक्त राँची को ज्ञापन देकर माँग किया जायेगा।
ग्रामप्रधान दुलाल मुण्डा ने बताया कि रैयत जिस उद्देश्य के लिए अपना जमीन बेचता है अक्सर देखा जा रहा है कि जमीन एकड़ो-एकड़ो बीक कर खत्म हो जाता है लेकिन रैयत जिस उद्देश्य से जमीन बेचता है वह भी पूरा नहीं हो पाता है ये बहुत बडा चिंतनीय विषय है।इस लिए अब चेटे-पंचायत में ग्रामसभा के अनुमति से ही जमीन खरीद-बिक्री सर्वसम्मति से सुनिश्चित करने का प्रस्ताव पारित हुआ।

इस विशेष बैठक में केन्द्रीय सरना समिति-(अध्यक्ष)-श्री अजय तिर्की,अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद राँची(अध्यक्ष)कुंदरसी मुण्डा,एच.ई.सी.विस्थापित नेता सह आदिवासी सेना(कार्यकारी अध्यक्ष)-राहुल उराँव,आदिवासी सेना(केन्द्रीय उपाध्यक्ष)नेता-चिलगु उराँव,क्षेत्रीय पडहा हटिया-श्री भुवल उराँव,आदिवासी लोहरा समाज प्रखण्ड नगडी(अध्यक्ष)-विजय कच्छप,ऐतिहासिक 22 पडहा चेटे-उपाध्यक्ष-रविन्द्र तिर्की,मुखिया-श्री नानहे कच्छप,जगरनाथ लोहरा,गणेश मिर्धा,मनोहर होरो,अजय लोहरा,मंगल मुण्डा,विगल उराँव,अजीत उराँव,बिगू पाहान(हल्हू),जगरनाथ तिर्की,Ex-Honey Captain/Army-S.N.Linda,(Ex-Army)-प्रकाश तिर्की,(Ex-Army)-महादेव केरकेटा,धनकुवर गाडी,सोहन लोहरा,किरण कच्छप,रानी मिंज,स्थानीय जनप्रतिनिधि मुखिया,पंचायत समिति सदस्य,वार्ड समस्त व अन्य समस्त ग्रामीण उपस्थित हुए।
