लोकसभा चुनाव को लेकर जहां एक तरफ एनडीए और इंडिया गठबंधन 14 के 14 लोकसभा सीट पर जीत का दावा ठोक रही है तो वहीं दूसरी तरफ तीसरे मोर्चे की ओर से भी अपनी जोर आजमाइश की कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जा रही है। एक तरफ टाइगर जयराम महतों की बनाई 1932 आधारित झारखंडी भाषा ख़ातियानी संघर्ष समिति तो वहीं दूसरी तरफ पूर्व मंत्री लालचंद महतो की बनाई पार्टी तीसरा मोर्चा भी 14 सीटों पर अपनी प्रत्याशी उतारने के लिए तैयार है।

तीसरे मोर्चे के पार्टी के संयोजक के रूप में लालचंद महतो का कहना है कि भाजपा कांग्रेस झामुमो आरजेडी आजसू को अब तक यहां की जनता ने वोट दिया 24 साल बीत गए नतीजा क्या निकला झारखंड की तस्वीर बदली क्या मुद्दे जस की तस वहीं हैं । अब यहां की जनता जाग चुकी है और इन सभी पार्टियों को चुनाव में सबक सिखाने के लिए तैयार है इस बार तीसरे मोर्चे की सरकार बनाने में हम मदद करेंगे जल जंगल जमीन और आदिवासी हित की बात करने वाली भाजपा झामुमो वोट लेने का काम करती है चुनाव में और चुनाव बीत जाने के बाद लूट खसोट में लग जाती है।
वहीं तीसरा मोर्चा के प्रवक्ता पंकज मिश्रा ने बताया की संयोजक लालचंद महतो के नेतृत्व में एक बैठक हुई जिसमें यह निर्णय लिया गया कि गिरिडीह लोकसभा सीट से लालचंद महतो चुनाव लड़ेंगे शेष सीटों पर प्रत्याशियों का निर्णय जल्द ले लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि तीसरा मोर्चा जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने वाले लोगों को ही अपना उम्मीदवार बनाएगी मोर्चा का उद्देश्य समाज को एकजुट एवं समता मूलक बनाना रहेगा ।
