1932 खतियान और पिछड़ा वर्ग को 27% आरक्षण के लिए संघर्ष और विधानसभा से विधेयकों को पारित कराने वाली झारखण्डी सरकार के अभिन्न अंग थे जगरनाथ चाचाजी।
झारखण्डी अस्मिता की रक्षा को सदैव प्रतिबद्ध थे जगरनाथ चाचाजी। यह बात कल्पना मुर्मू सोरेन ने स्वर्गीय जगन्नाथ महतो के प्रथम पुण्यतिथि पर डुमरी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि हेमत भी कहते हैं टाइगर जगरनाथ महतो हमेशा झारखण्ड और झारखण्डियों के लिए जिये, अपनी परवाह किये बगैर वह लोगों की सेवा करते रहे। कोरोना काल में जनता की सेवा करते हुए टाइगर जगरनाथ महतो जी भले ही हमसे दूर हो गए मगर उनके आदर्श हमें हमेशा प्रेरणा देते रहेंगे।
स्व जगरनाथ महतो जी की प्रथम पुण्यतिथि पर शत-शत नमन।
टाइगर जगरनाथ महतो अमर रहे।
