धर्मांतरित जनजातियों को आरक्षण का लाभ मिलना बंद हो- जनजाति सुरक्षा मंच

Spread the love

कांके प्रखंड के चुटू गांव में डिलिस्टिंग विषय को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया.मुख्य वक्ता  जनजाति सुरक्षा मंच झारखंड के मीडिया प्रभारी सोमा उरांव ने कहा कि धर्मांतरित जनजातियों को आरक्षण का लाभ मिलना बंद हो.क्योंकि जनजातियों की अपनी संस्कृति होती है.रूढ़ी प्रथा के तहत जीवन से लेकर मृत्यु तक विशेष कर्मकांडो के तहत संचालित किए जाते है.उन्होंने यह भी कहा कि जो दलित धर्म परिवर्तन करा लेते है वे बीसी  2 में चले जाते है परंतु जनजातियों के प्रिपेक्ष्य में ऐसी व्यवाथा नही है.उन्होंने कहा कि झारखंड के संथाल के सभी जिलों में आदिवासियों की डेमोग्राफी ही बदल गई.एक विशेष धर्म के लोग बांग्लादेश से आकर आदिवासियों की बेटी,रोटी और जमीन छीन ले रहें है.अगर ऐसी ही स्थिति रही तो आदिवासी किताबों में देखने को मिलेंगे. जो कि यह विषय झारखंड और भारत देश के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि दिल्ली कूच के लिए तैयार रहें.अपनी संस्कृति रूढ़ि प्रथा ही समृद्धि है. अभी माननीय प्रधानमंत्री जी को डीलिस्टिंग बिल पास करने हेतु पोस्टकार्ड के माध्यम से चिट्ठी लिखा जा रहा है।

उपस्थित गण मन लोगों ने हामी भरी की हम सभी दिल्ली जाएंगे और डीलिस्टिंग बिल पास कर के ही लौटेंगे । इनके अलवे मुख्य अतिथि,बालचंद साहू, शिव चरण करमाली,पूजा सिंह,सोना भारती,जगत किशोर महतो,विशाल सिंह, डॉ किशोर शर्मा,रघुनाथ महतो,दिलीप मुंडा,बलबीर यादव,अर्जन मंडल मुखिया साधो उरांव ने भी अपनी बातों को रखा. कार्यशाला में आए लोगों ने एक पौधा मां के नाम अभियान के तहत पौध रोपण किया.इससे पूर्व मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश संयोजक स्वामी देवेंद्र प्रकाश ने  दीप जलाकर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया.कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत अंग वस्त्र व माला पहनाकर किया गया.कार्यक्रम में अगल बगल के ग्रामीण मौजूद थे।

Leave a Reply