प्रदेश भाजपा ने शनिवार से हार के कारणों की समीक्षा शुरू कर दी है. यह क्रम रविवार तक जारी रहेगा। जानकारी के मुताबिक हार की वजह आंतरिक कलह और अंदरूनी कलह रही. देवघर के पूर्व विधायक नारायण दास ने दो टूक कहा : हमें अपनों ने ही लूटा. गिरिडीह से प्रत्याशी निर्भय शाहाबादी ने कहा कि उनके साथ मारपीट की गयी.बीजेपी प्रदेश कार्यालय में समीक्षा के दौरान राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेई, क्षेत्रीय संगठन महासचिव नागेंद्र त्रिपाठी, प्रदेश संगठन मंत्रीमौके पर महासचिव कर्मवीर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र राय समेत सभी भाजपा प्रत्याशी व अन्य मौजूद थे.जिलाध्यक्ष मौजूद थे.समीक्षा बैठक में भाजपा प्रत्याशियों ने अपनी हार का कारण बताया. कई अभ्यर्थियों ने कहा कि मैनियां योजना के प्रति जनता का आकर्षण है. अंतिम समय में मैनियां योजना के तहत राशि का वितरण किया गया. चुनाव के दौरान कई प्रत्याशियों ने कमियों पर नाराजगी भी जाहिर की. आंतरिक कलह को मुख्य कारण बताया गया. कई प्रत्याशियों ने कहा कि हमें फिर से संगठन के काम में लगे रहना है.
जानकारी के मुताबिक हारे हुए प्रत्याशियों से वन टू वन फीडबैक भी लिया जाएगा. जिससे पार्टी यह भी पता लगाएगी कि गलती कहां हुई. कहां था कुप्रबंधन? संगठन स्तर पर भी चूक के कारणों का पता लगाया जाएगा।
समीक्षा बैठक पूरी होने के बाद जो भी बात सामने आएगी उससे आलाकमान को अवगत कराया जाएगा. इसकी रिपोर्ट सौंपी जाएगी। आपको बता दें कि इस बार चुनाव में बीजेपी महज 21 सीटों पर सिमट गई. संताल में 18 में से 17 सीटों पर हार मिली.
झारखंड में दो दिवसीय बैठक के बाद 3 दिसंबर को दिल्ली में बैठक होगी. यह बैठक कई मायनों में अहम होगी. इस बैठक में हार के कारणों की रिपोर्ट सौंपी जाएगी. इसके आधार पर संगठन की आगामी रूपरेखा तय की जाएगी।