झारखंड में जगरनाथ महतो के निधन के बाद खाली पड़ी डुमरी विधानसभा सीट में उपचुनाव की तारीख का ऐलान हो गया है. यूपीए की तरफ से झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को उम्मीदवार बनाया है. एनडीए की तरफ से आजसू उमीदवार यसोदा देवी होंगी
यशोदा देवी की दावेदारी मजबूत
NDA ने यशोदा देवी के नाम का ऐलान कर दिया , . जगरनाथ महतो के निधन के बाद डुमरी में बेबी देवी को सहानुभूति वोट मिल सकता है. ऐसे में एनडीए ने यसोदा देवी का चेहरे को सामने रखा, जिससे जनता वोट देने से पहले विचार करे. यशोदा देवी के पति दामोदर महतो की भी इलाके में अच्छी पकड़ थी. दिवंगत जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी 17 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगी. ओर वही NDA उम्मीदवार यसोदा देवी भी 17 को नामांकन करेंगी.
चुनाव में समय रहते प्रत्याशी के ऐलान से प्रचार में मदद मिलती है.
साल 2019 के चुनाव में किसे कितने वोट मिले
वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जल्द ही प्रत्याशी के नाम का ऐलान हो जायेगा और इस बार एक ही उम्मीदवार एनडीए की तरफ से होगा यह तय है. डुमरी विधानसभा में या तो कमल या केला छाप का प्रत्याशी चुनावी मैदान में होगा. पिछले चुनाव के आंकड़े बताते हैं कि अगर बीजेपी और आजसू साथ आते हैं तो डुमरी विधानसभा सीट पर बेबी देवी को कड़ी टक्कर दे सकते हैं. साल 2019 के चुनाव में बीजेपी के प्रदीप साहू को 36,013 वोट मिले थे. यशोदा देवी के वोट में प्रदीप साहू के वोट को जोड़ दिया जाए तो यह आंकड़ा 72,853 होता है. जबकि दिवंगत जगरनाथ महतो को 71128 वोट मिले थे.
कुल कितने मतदाता?
डूमरी विधानसभा में 2,98,629 मतदाता हैं. 2,98,629 मतदाताओं में पुरुष मतदाताओं की संख्या 1,54, 452 है. जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1,44,174 है. डुमरी विधानसभा क्षेत्र दो जिले के तीन प्रखंडों में बंटा हुआ है. गिरिडीह का डुमरी प्रखंड और बोकारो जिले के नावाडीह प्रखंड व चन्द्रपुरा प्रखंड की नौ पंचायतें शामिल हैं. 1977 से इस विधानसभा में कुर्मी जाति और डुमरी प्रखंड के बाहर के ही लोग विधायक बनते रहे हैं. 1977 से पहले इस विधानसभा में डुमरी और पीरटांड़ प्रखंड शामिल था. कई बार इस प्रखंड के लोगों ने विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया. 1977 से पहले हुए परिसीमन में डुमरी के साथ नावाडीह और चंद्रपुरा के नौ पंचायतों को जोड़ दिया गया