केन्द्रीय सरना स्थल सिरम टोली बचाओ मोर्चा के बैनर से समस्त आदिवासी संगठनों के अगुवाओं एवं विभिन्न सरना समिति के सदस्यों और खोड़हा दल के द्वारा समस्त आदिवासी समाज ने 29 आदिवासी विधायकों एवं रांची विधानसभा विधायक सीपी सिंह और रांची लोकसभा सांसद सह केन्द्रीय मंत्री संजय सेठ का शव यात्रा आदिवासी विधि विधान से बाजे गाजे के साथ सिरम टोली फ्लाईओवर रैंप से अल्बर्ट एक्का चौक तक निकाला गया।
इस शव यात्रा में सामाजिक अगुवा बाहा लिंडा ने सर मुंडुवा कर सभी शवों का अंतिम संस्कार किया और कहा कि आज की भीड़ ने साबित कर दिया कि अब लड़ाई आर पार की होगी। सभी संगठनों के अगुवाओं ने संयुक्त रूप कहा कि , मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत सभी विधायक और सांसद शायद मर चुके हैं इसलिए उनके मुंह से आदिवासी समाज के लिए एक भी शब्द नहीं निकल रहे हैं, उनकी आत्मा मर चुकी है।

सभी अगुवाओं ने कहा कि जल जंगल जमीन और आदिवासी हक अधिकार की बात करने वाली अबुवा सरकार आज के बाद से आदिवासी समाज के लिए मर चुकी है। फ्लाईओवर का रैंप अब भी नहीं हटा तो आंदोलन और भी तेज होगा ।

शव यात्रा के समय सभी आदिवासी समाज ने गेंदा फूल और लावा छींटते हुए अल्बर्ट एक्का चौक तक पहुंचाया और अल्बर्ट एक्का चौक के तीन चक्कर लगाकर सभी शवों को चौक के चारों तरफ रखकर शोक व्यक्त किया और अंत में आग लगा कर दहन कर अंतिम संस्कार किया।

आगे सभी ने अगुवाओं ने भीड़ को संबोधित करते हुए 21 मार्च के मशाल जुलूस और 22 मार्च के रांची बंद की घोषणा की। आज के कार्यक्रम में जमशेदपुर, बोकारो, खूंटी और अन्य जिलों के सामाजिक धार्मिक अगुवाओं ने शामिल होकर समर्थन किया। आज के शव यात्रा में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, चडरी सरना समिति, केन्द्रीय सरना समिति, आदिवासी जन परिषद, आदिवासी मूलवासी मंच, जय आदिवासी केन्द्रीय परिषद, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा, ग्राम सभा मधुकम, एदलहातु सरना समिति, न्यू गार्डेन सरना समिति सिरम टोली, बनिया टोली सरना समिति, ग्राम सभा पुरानी रांची, सरहुल नगर बरियातू, लेम सरना समिति, हातमा सरना समिति, नगड़ा टोली सरना समिति एवं सैकड़ों सरना समिति के लोग शामिल थे।
