झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग के पेपर लीक मामले को लेकर बजट सत्र के दूसरे दिन भाजपा विधायकों ने सीबीआई जांच की मांग की। भाजपा विधायक वीरेंद्र सिंह नारायण ने कहा कि 25 से 30 लाख रुपए में पेपर बेचा गया आयोग के अध्यक्ष में इस्तीफा दे दिया यह पूरे राज्य को शर्मसार करने वाली घटना है आखिर इस मामले का किंग पिन कौन है राज्य की जनता जानना चाहती है।

सरकार इसकी सीबीआई जांच कराए। किस पर संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि नौजवानों की जिंदगी से कोई खिलवाड़ नहीं होगा इसके लिए एसआईटी का गठन किया गया है अगर सीट सफल नहीं होती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। भाजपा विधायक दल के नेता अमर बावरी ने कहा की एसआईटी के बड़े लोगों तक पहुंचने से पहले मामले को दबा दिया जाएगा। इस मामले में विधानसभा के कर्मचारी भी संलिप्त है। सरकार अपने लोगों को बचाने के लिए सीबीआई जांच से भाग रही है इस किसी सीबीआई जांच होनी चाहिए कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि जल्द से जल्द परीक्षा ली जानी चाहिए इसके बाद भाजपा विधायक वेल में घुस गए और नारेबाजी करने लगे हंगामा होता देख स्पीकर ने सदन की कार्रवाई 12:30 तक के लिए स्थगित कर दी।
