बिशप थिओदोर मस्करेन्हस ने कहा, पूर्वजों के सुकदमों में चलना ही जीवन का लक्ष्य ।

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संत अन्ना की पुत्रियों का धर्मसंघ ने माता बेरनादेत व उनके सहयोगी सिसिलिया, बेरोनिका व मेरी के हड़गड़ी की 28वीं वर्षगांठ मनायी गयी। संत अन्ना की पुत्रियों की संरक्षक माता बेरनादेत और उनके तीन सहयोगी सिसिलिया, बेरोनिका और मेरी को आदर समान देते हुए, मध्यस्था से प्रार्थना की गई। समारोह की शुरुआत माता बेरनादेत और उनके सहयोगियों को श्रद्धांजलि अर्पित कर की गयी। तत्पश्चात रांची के सहायक बिशप थिओदोर मस्करेन्हस की अगुवाई में पवित्र मिस्सा बलिदान अर्पित किया गया। सहायक बिशप थिओदोर मस्करेन्हस ने अपने धर्मोपदेश में कहा कि, हमारे पूर्वजों ने जो मिशन कार्य की शुरुआत की हैं उसी के अनुसार जीवन जीना ही हमारा लक्ष्य होना है।

समारोह में बिशप थिओदोर मस्करेन्हस, फाo एलेक्सिस एक्का, संत अन्ना की पुत्रियों का धर्मसंघ की मदर जेनरल सिo लिली ग्रेस तोपनो आदि उपस्थित थे।

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