भारत सरकार के गृह मंत्रालय राजभाषा विभाग में झारखंड की राजधानी रांची के डा० आरिफ नसीर बट्ट को सदस्य के रूप में मनोनित किया गया है I हिंदी सलाहकार समिति के विद्वानों की सूची में आरिफ को शामिल करना झारखण्ड के लिए भी गर्व की बात है I डा० आरिफ नसीर बट्ट झारखण्ड के एक ऐसे शख्सियत है जिन्होंने अपने काम के बदौलत पूरे देश भर में अपनी एक अलग पहचान बनाई है , विद्वानों की सूची में शामिल करने का सबसे अहम कारण यह भी रहा कि डा० आरिफ नसीर बट्ट ने बीबीएम, पीजीडीबीएम, एमबीए, एम फिल , पीएचडी एलएलबी, एलएलएम किए हुए है ।
इन सबके अलावा अंतरराष्ट्रीय संस्था आईएचआरसी के डिप्लोमेटिक हेड , पीजेएचआरएफ के चेयरमैन है I आरिफ समाजसेवा के छेत्र में लगातार जुड़े रहते है , कोरोना काल में इन्हे झारखंड के ऑक्सीजन मैन तक की उपाधि तक दी गई थी ,इन्होंने कोरोना काल में जरूरतमंदों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के साथ साथ जरूरतमंदों तक अनाज राशन पहुंचाने का भी काम किया है , और लगातार समाजसेवा से जुड़े भी रहते है I कोई भी जरूरतमंद इनके दरवाजे से खाली नहीं लौटता I सामाजिक कार्यों के साथ साथ धार्मिक कामों में भी हमेशा लगे रहते है I ईद,दुर्गा पूजा , गणपति पूजा , मुहर्रम हर त्यौहार में ये पूजा आयोजन समितियों की बढ़ चढ़कर मदद करते है I पॉलिटिकल बैकग्राउंड की बात करे तो आरिफ नसीर बट्ट झारखंड भाजपा से जुड़े है और अल्पसंख्यक भाजपा के प्रदेश महामंत्री भी है I ऐसे में गृह मंत्रालय की इन पर नजर जाना लाजिमी है , झारखण्ड के इस शख्स को हिंदी सलाहकार समिति का सदस्य मनोनित करना झारखण्ड के लिए भी गर्व की बात है I