सरहुल पूजा महोत्सव एवं अन्य धार्मिक सामाजिक मुद्दों को लेकर केंद्रीय धूमकुडिया करम टोली रांची में विभिन्न सरना संगठनों की बैठक रखी गई बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष श्री फूलचंद तिर्की ने किया बैठक में सरहुल पूजा को शांतिपूर्ण ढंग से एवं धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया एवं निर्णय लिया गया कि सभी सरना संगठन को एकजुट कर सरहुल पूजा महोत्सव मनाया जाएगा केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि फगुआ के बाद से ही सरहुल मनाया जाता है इस वर्ष राजधानी रांची में दिनांक 10 अप्रैल 2024 को उपवास एवं केकड़ा मछली पकड़ना है 11 अप्रैल 2024 को पूजा एवं दिन की 1:00 से सरहुल शोभा यात्रा निकाली जाएगी।

उन्होंने कहा कि बाबा कार्तिक उरांव ने आदिवासी परंपरा संस्कृति को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए 1970 में पहली बार केंद्रीय सरना समिति के नेतृत्व में सरहुल शोभायात्रा निकाला था बाबा कार्तिक उरांव के मार्गदर्शन पर चलकर समाज के लोग अपनी परंपरा संस्कृति के अनुसार शोभायात्रा में शामिल हो रहे हैं 2023 का सरहुल शोभा यात्रा विश्व के पांचवा स्थान पर था सरहुल शोभा यात्रा को नंबर वन बनाने के लिए समाज को एकजुटता दिखानी होगी उन्होंने सरकार से मांग किया कि सरहुल शोभायात्रा में हेलीकॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा कराई जाए जगलाल पहान ने कहा कि सरहुल शोभा यात्रा समय से निकल जाए एवं उन्होंने कहा कि सरहुल शोभायात्रा को धूमधाम से एवं शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए सभी को एक मंच पर आना होगा केंद्रीय सरना समिति के पूर्व अध्यक्ष अजय लिंडा ने कहा कि सरहुल शोभा यात्रा में परंपरा संस्कृति के अनुसार ढोल मांदर नगडां के साथ शामिल हो मौके पर केंद्रीय सरना समिति की उपाध्यक्ष प्रमोद एक्का विनय उरांव महिला शाखा के अध्यक्।
