सरना झंडा उसको हटाने का बयान देना भी करोड़ सरना समुदाय का धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना- फूलचंद तिर्की

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केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष  फूलचंद तिर्की ने प्रेस बयान जारी करते हुए जनजाति सुरक्षा मंच के लोगों द्वारा आदिवासियों को हिंदू बताने की निंदा की है एवं आदिवासियों के धार्मिक आस्था का प्रतीक सरना झंडा जिसका रंग लाल सफेद है उसको भी हटाने का बयान देना करोड़ सरना समुदाय का धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना  है जिसको  लेकर कड़ी निंदा की गई है केंद्रीय सरना समिति के केंद्रीय अध्यक्ष श्री फूलचंद तिर्की ने कहा कि जनजाति सुरक्षा मंच आर एस एस का  अभिन्न अंग है और उनका काम है जिस तरह से ईसाई मिशनरी गांव घर में गरीब एवं भोले भाले आदिवासियों का धर्मांतरण करते हैं  उसी के तरह यह लोग भी भोले भाले आदिवासी को लोभ लालच देकर हिंदू धर्म में धर्मांतरण करते हैं जनजाति सुरक्षा मंच के द्वारा कैसे आदिवासियों को एकजुट को तोड़ना है इस पर काम किया जाता है एवं कैसे आदिवासी को हिंदू बनाया जाए जनजाति सुरक्षा मंच के लोगों का कहना है कि आदिवासी हिंदू है एवं आदिवासियों को सरना कोड की जरूरत नहीं है जनजाति सुरक्षा मंच आदिवासी समाज के लिए बहुत बड़ा खतरा है आदिवासी समाज को बचाने के लिए सरना संगठन कम कर रही है केंद्रीय सरना समिति जो बाबा कार्तिक उरांव द्वारा बनाया गया है जिसके द्वारा हमेशा से सरना कोड ,धर्मांतरण के खिलाफ दोहरा लाभ , के खिलाफ हमेशा मुखर होकर आवाज उठाता रहा है जिसके कारण 2017 में धर्मांतरण निषेध बिल पास हुआ है जनजाति सुरक्षा मंच के लोगों द्वारा पूरे आदिवासी समाज को बेचने में भी बाज नहीं आ रहे हैं जनजाति सुरक्षा मंच का गांव-गांव में विरोध किया जाएगा  ऐसे लोगों को गांव घर घुसने नहीं दिया जाएगा ऐसे लोगों को समाज सबक सिखाएगी।

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