राज्यसभा के हो रहे चुनाव में गैर झारखंडियों को उम्मीदवार बनाने का झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा ने कड़ा विरोध किया है। आज डोरंडा स्थित अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता कर मोर्चा ने राजनीतिक दलों और प्रतिपक्ष के नेता से सीधे तौर पर पूछा है कि क्या आपकी पार्टी में कोई योग्य झारखंडी , आदीवासी या आंदोलनकारी उम्मीदवार नहीं हैं जो राजयसभा में झारखंड से प्रतिनिधित्व कर सके। झारखंड की आर्थिक सामाजिक सांस्कृतिक और साहित्यिक विशिष्टताओं को नजरअंदाज कर गैर झारखंडीयों को राज्य सभा का उम्मीदवार बनाना झारखंडी जनता का अपमान है।

आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा इसका कड़ा विरोध करता है। मोर्चा के नेताओं ने कहा कि झारखंड को राजनीतिक उपनिवेशवाद और लूट का चरागाह नही बनने दिया जाएगा। झारखंड के राजनीतिक दल केवल धन कुबेरों को राज्य सभा में खडा कर झारखंडी विशिष्टताओं खत्म करने की साज़िश करेगी तो आने वाले दिनों में राजनीतिक दलों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। झारखंड में खरीद फरोख्त और हॉर्स ट्रेडिंग की वजह से राज्यसभा का चुनाव बदनाम रहा है । भाजपा द्वारा महाराष्ट्र के जेट विमान के मालिक महापात्र को राजसभा के लिए झारखंड से उतारने की कोशिश भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की दिशा में ही उठाया गया कदम साबित होगा।
केन्द्रीय उपाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह, सरोजनी कच्छप, विकास उरांव, दीपक यादव आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
