जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा कैंसिल हुए कई दिन बीत गए लेकिन नए परीक्षा की तारीख तय नहीं हुई प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को अपनी भविष्य की चिंता हो रही है। जिसे लेकर राजभवन के समक्ष धरना दिया जा रहा है और जेएसएससी सीजीएल री एग्जामिनेशन फेयर एग्जामिनेशन को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर रही है।
जेपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र सत्यनारायण शुक्ला का कहना है कि हम लोग जब तैयारी करना शुरू किए थे तब 24 साल के थे और अब 34 साल के हो गए लेकिन अब तक एक बार भी सही तरीके से न एग्जामिनेशन लिया गया और ना ही नौकरी की दिशा में कोई सरकार युवाओं के लिए सोच रही है आचार संहिता से पहले जेएसएससी सीजीएल परीक्षा की तिथि घोषणा करें सरकार अन्यथा 18 तारीख को मुख्यमंत्री आवास घेरेंगे सभी छात्र ।
ऐसे में छात्रों का गुस्सा सरकार के प्रति बढ़ता जा रहा है । छात्रों का कहना है की ये परीक्षा 2015 से ही पेंडिंग है और 28 जनवरी 2024 में जब ये परीक्षा हुई थी तो परीक्षा के ठीक अगले दिन ही पेपर लीक का मामला सामने आया जिसके बाद परीक्षा रद्द कर दिया गया। जिसके बाद अब तक सरकार ने इस परीक्षा के लिए दुबारा कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है जिससे छात्रों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
छात्र सरकार से मांग कर रहे कि इस परीक्षा के लिए दुबारा तिथि तय करे और फेयर एग्जाम ले, वहीं एक छात्र ने कहा कि परीक्षा के इंतज़ार में बैठे हमे ऐसा लग रहा है की मानो हमारा सिर्फ समय बर्बाद किया जा रहा है।
छात्र ने कहा कि JSSC और JPSC दोनों ही झारखंड सरकार की संस्थाए हैं जब JPSC की परीक्षा का नोटफिकेशन 1 महीने में जारी हो सकता है तो JSSC का क्यों नहीं ? साथ ही बाहरी – भीतरी को लेकर सरकार पर सवाल खड़ा कर दिया कहा कि 24 साल में आज तक सरकार,, झारखंड के छात्र और बाहरी लोगों के बीच बैरिकेडिंग नहीं लगा पायी है। छात्रों का गुस्सा न सिर्फ झारखण्ड सरकार बल्कि विपक्ष पर भी है, उनका कहना है की विपक्ष भी आज तक 1932 के लिए बैरिकेड नहीं लगा पायी है बस सत्ता पक्ष के खिलाफ 1932 को मुद्दा बनती है।