झारखंड राज्य में पुलिस कर्मियों की कमी को देखते हुए, राज्य सरकार ने 2017 में राज्य भर में अनुबंध के आधार पर 2500 सहायक पुलिस कर्मियों की भर्ती की थी।

पिछले 2020 और 2021 में सहायक पुलिसकर्मियों ने आंदोलन के माध्यम से सरकार के सामने अपनी मांगें रखीं और सरकार द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया कि उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा लेकिन 3 साल और 4 साल बीत जाने के बाद भी एक भी बिंदु पर काम नहीं किया गया है। सरकार के तरफ़ दी
आश्वासन झूठ और धोखा साबित हुआ है। इसलिए सहायक पुलिस कर्मियों में असंतोष की भावना है, जिसके कारण सरकार के उदासीन रवैये के कारण सहायक पुलिस कर्मी फिर से आंदोलन करने को मजबूर हैं. इन सभी बातों को लेकर कल रांची के ऐतिहासिक मैदान मोरहाबादी के मंच पर समर्थक पुलिसकर्मी अपनी मांगों पर चर्चा करेंगे और आगे की रणनीति भी तय की जायेगी।
