जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय नेता और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने एक बार फिर अपनी दरियादिली और जनसेवा का परिचय दिया।
भाजपा ने डॉ. इरफान अंसारी के खिलाफ कई षड्यंत्र रचे, उन्हें बदनाम करने की कोशिशें कीं, और यहां तक कि उन्हें बांग्लादेशी घुसपैठिया तक कहा। इसके बावजूद, डॉ. अंसारी ने मजबूती से हर चुनौती का सामना किया और लगातार तीसरी बार जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र की जनता का दिल जीतकर अपनी लोकप्रियता को साबित किया।
इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए, आज उन्होंने एक ऐसा कदम उठाया जिसने सभी को उनका कायल बना दिया। जामताड़ा जिले के पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष सोमनाथ सिंह के बेटे शुभम सिंह का सड़क दुर्घटना में गंभीर चोट लगने के बाद स्थिति नाजुक हो गई। शुभम को ब्रेन सर्जरी की जरूरत थी।
जैसे ही मंत्री डॉ. अंसारी को इस घटना की जानकारी मिली, वे तुरंत धनबाद के असर्फी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने शुभम सिंह के परिजनों को आश्वस्त किया, “आप बिल्कुल चिंता न करें। मैं यहां हूं, आपकी मदद के लिए। आपके बेटे के इलाज में एक पैसा भी खर्च नहीं होगा। उसकी जान बचाने के लिए जो भी संभव होगा, वह किया जाएगा।”
डॉ. अंसारी ने अस्पताल की पूरी मेडिकल टीम को शुभम का इलाज करने के लिए तत्परता से निर्देश दिया और किसी भी स्थिति में बच्चे की जान बचाने की पूरी कोशिश करने का आदेश दिया।
यह घटना उन आलोचकों को भी सोचने पर मजबूर कर रही है जो डॉ. इरफान अंसारी के खिलाफ बेवजह गाली-गलौज और नकारात्मक प्रचार करते हैं। भाजपा के कार्यकर्ताओं में भी चर्चा है कि डॉ. अंसारी जैसे व्यक्ति वाकई मसीहा हैं, जो बिना किसी भेदभाव के हर किसी की मदद के लिए तत्पर रहते हैं।
डॉ. इरफान अंसारी ने अपनी सेवा और समर्पण से यह साबित कर दिया है कि राजनीति से ऊपर उठकर मानवता और जनसेवा ही उनका असली धर्म है।