लोकसभा में केंद्र सरकार द्वारा एक सवाल के जवाब में यह कहा गया कि झारखंड सरकार का कोई पैसा केंद्र पर बकाया नहीं है. इस जवाब के बाद झारखंड की राजनीति गरमा गई है. एक तरफ सरकार ने बकाये को लेकर तमाम तरह के तथ्य व दस्तावेज दिये हैं, कानूनी कार्रवाई करने की बात की है. वहीं झामुमो ने विरोध में आंदोलन की बात की है. वहीं भाजपा के द्वारा 1.36 लाख करोड़ रुपये के बकाये और इसकी मांग को हवा-हवाई बताया जा रहा है।


भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को कहा कि झामुमो ने हवा-हवाई बातें की. केंद्र सरकार पर 1.36 करोड़ रुपये बकाये का भ्रामक आरोप लगाये. इसके जवाब में बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि झारखंडियों की मांग हवा-हवाई नहीं है. झारखंडी हकों का आपका विरोध वाकई दुखद है. जब आपको अपने संगठन की पूरी ताकत लगाकर हमारे साथ खड़ा होना था, तब आप विरोध कर रहे हैं. खैर, हम अपना हक अवश्य लेंगे. क्योंकि यह पैसा हर एक झारखंडी का हक है।