डॉ श्यामा प्रसाद विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार का निर्माण कार्य जय गुरुदेव इंटरप्राइजेज सिविल मैकेनिकल कांट्रेक्टर एंड सप्लायर द्वारा कार्य कराए जाने के दौरान आदिवासी छात्र संघ के छात्रों ने सरना झंडा लगा कर काम को बंदकरवा दिया हैं।

इस मामले पर एजेंसी के प्रोपराइटर मदन गुप्ता ने विश्वविद्यालय के रजिस्टर को आवेदन लिखकर भवन निर्माण विभाग कार्य को बाधा पहुंचाने के संबंध में कार्रवाई करने की भी अपील की है।

इस घटना पर ठेकेदार द्वारा बताया गया कि 30 तारीख को काम करने के दौरान आदिवासी छात्र संघ की ओर से विवेक तिर्की के नाम के छात्र नेता और उनके साथ आए 10 छात्र ने जबरन काम बंद करने की धमकी दी नहीं तो 5 लाख की रंगदारी मांगी गई नहीं तो काम को बंद करने की धमकी दी गई।
ठेकेदार का आरोप है कि बार-बार छात्रों द्वारा कार्य में बाधा पहुंचाया जा रहा था और अंत में सरना झंडा गारकर काम को बंद करवा दिया गया है।

वही जय गुरुदेव इंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर मदन गुप्ता का कहना है कि अगर कार्य में गड़बड़ी की जा रही है तो उसकी शिकायत विभाग और सरकार से की जानी चाहिए वह स्वतंत्र हैं। लेकिन छात्रों द्वारा आकर जबरदस्ती कार्य में बाधा पहुंचा कर झंडा लगाकर डरा धमका कर 5 लाख रुपए रंगदारी मांगना काम को बंद करवाया जाना कहीं से भी उचित नहीं है।


मदन गुप्ता का कहना है कि इस घटना की सारी वारदात सीसीटीवी फुटेज में मुख्य द्वार पर लगे हुए कैमरे में देखा जा सकता है जिस पर पुलिस और विश्वविद्यालय कार्रवाई करें।
वही इस मामले पर छात्रों का आरोप है कि निर्माण कार्य में गड़बड़ी की जा रही थी इस कारण कार्य को बंद करवाया गया।