जनजाती सुरक्षा मंच की बैठक जनजाति संपर्क प्रमुख श्री जय मंत्री उरांव के निवास स्थान नगड़ी में हुई इस बैठक में आगामी 11 अप्रैल 2024 को सरहुल पूजा महोत्सव पर चर्चा की गई इस बैठक के माध्यम से समाज को जनजाति सुरक्षा मंच की ओर अपील किया गया है कि जनजाति समाज अपना जो भी पुरखौती से चलते आ रही हैं पूजा अनुष्ठान रूढ़ि प्रथा पद्धति है उनको पूरे विधि विधान से पहान, पुजार से ही संपन्न कराए अर्थात सरहुल के दिन सरहुल सरना पूजा स्थल में तीन रंग या चार रंगों की मुर्गे की बाली देने का प्रथा है उसको अवश्य पालन करें।

दूसरी ओर हम आदिवासियों का पहचान के रूप में सफेद झंडा जो विलुप्त हो रहा है उसको बरकरार रखते हुए इस बार सरहुल के शुभ अवसर पर हर चौक चौराहा पर और अपने-अपने घरों में अवश्य स्थापित करें जो हमारा पहचान हमारा रुढ़ि प्रथा और कस्टम है। हमारा पारंपरिक वाद्य यंत्र ढांक, नगड़ा मांदर घंटा इत्यादि का ही प्रयोग करें डीजे से हमारा पहचान खत्म हो रहा है।
जनजाति सुरक्षा मंच ने कहा है कि हमारे सामाजिक व्यवस्था के तहत चुने गए पहान, पुजार, बैग, नायके इत्यादि को हमें सम्मान करना चाहिए और उनके नेतृत्व में ही पूजा अनुष्ठान संपन्न हो आज कल स्वयंभू नकली धर्म गुरुओं के द्वारा इस प्रथा और अनुष्ठान को छोड़ दिया है आदिवासी समाज में कोई धर्मगुरु, धर्म भाई, धर्म बहन का कोई प्रचलन नहीं है ना ही कोई स्थान है।

पहान के द्वारा अमावस्या में रात में मिट्टी घुसाना। नोट: 8 अप्रैल 2024 को पहान के द्वारा मिट्टी घुसाने के चलते मौजा बोड़ेया में खेती बाड़ी और जमीन में जोत कोड़ नहीं होगा, काम बंद रहेगा।
चैत्र शुक्ल पक्ष प्रथम को 9 अप्रैल 2024) उपवास, मछली केकड़ा पकड़ना, नदी, तालाब में,
चैत शुक्ल पक्ष द्वितीया( 10 अप्रैल 2024) को सरना स्थल में पूजा ।
चैत्र शुक्ल पक्ष तृतीया( 11 अप्रैल 2024)को पहान के द्वारा विधिवत घर-घर जाकर फूल खुशी एवं शोभायात्रा।
। जनजाति सुरक्षा मंच सभी से निवेदन करती है कि इस वर्ष शांतिपूर्ण एवं भय मुक्त होकर सरहुल पूजा मनायें , साथ ही साथ
जनजाति सुरक्षा मंच ने सरकार से मांग किया है कि सरहुल पूजा के शुभ अवसर पर तीन दिनों का सरकारी अवकाश घोषित करें
क्योंकि ये तीन दिनों तक कार्यक्रम चलता है। और जनजातियों का मुख्य पूजा में से एक है।
आगामी डीलिस्टिंग को लेकर अप्रैल में छत्तीसगढ़ के रायपुर में पूरे भारतवर्ष के जनजाति समाज के प्रमुखों लोगों की बैठक होगी। इस बैठक में जनजाति सुरक्षा मंच के पहान विमल पहान , क्षेत्रीय संयोजक संदीप उरांव, प्रांत के सह संयोजक हिंदूवा उरांव, प्रांत के प्रवक्ता मेघा उरांव, प्रांत के मीडिया प्रभारी सोमा उरांव, प्रांत के युवा प्रमुख संनी उरांव, जय मंत्री उरांव, लोरया उरांव,डॉ बुटन महली, रवि प्रकाश उरांव, प्रसाद मुंडा, सुशीला उरांव, कावेरी उरांव एवं अन्य उपस्थित होंगे।
