जगन्नाथपुर मेला व रथयात्रा 27 जून को है। जगन्नाथपुर मेले में मौसी बाड़ी मैदान के आसपास झूले लगाये जायेंगे। मंगलवार को मौसीबाड़ी मैदान में बिहार से सात झूले लाये गये हैं। झूले लाने वाले मनीलाल ने बताया कि रथ यात्रा को लेकर बिहार से सात झूले लाये गये हैं। इसमें टावर झूला, ब्रेकडांस, टोरा टोरा, ड्रैगन, आदि झूले शामिल हैं। इसे क्रेन की मदद से उतारा जा रहा हैं। रथयात्रा के दौरान सभी झूले चालू कर दिये जायेगें।


मेले में ओडिशा, बंगाल एवं झारखंड की रंग-बिरंगी पारंपरिक मिठाइयों की सैकड़ों दुकानें सजाई जायेगी। मेले में पारंपरिक तीर-धनुष, ढोल-नगाड़ा, मांदर तथा शहनाइयों की दुकानें सजेंगी। रांची सहित खूंटी-गुमला-लोहरदगा-नगड़ी सहित अन्य जिलों को लोग यहां दुकाने लगाने आ रहे हैं। मालूम हो कि बड़कागढ़ जगन्नाथपुर मंदिर 250 फीट ऊंचा मंदिर है। यह मंदिर आदिवासी मूलवासी और सदानों की एकता के प्रतीक के रूप में माना जाता है। जगन्नाथपुर मंदिर ही एक ऐसा मंदिर है जहां सभी वर्गों की आस्था देखी जाती है। हर साल झारखंड के जनजातीय वर्गो के पुजारी भगवान जगन्नानाथ, भाई बलभद्र और माता सुभद्रा के दर्शन करने पहुंचते हैं।