झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 43 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है, जो शाम 5 बजे तक चलेगी. लोकतंत्र के महापर्व को लेकर झारखंडवासियों में उत्साह है. वोट देने के लिए सुबह से ही मतदाता कतार में लगे हुए हैं. झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. संतोष गंगवार ने रांची स्थित श्री कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के मतदान केंद्र पर मतदान किया. उन्होंने सभी मतदाताओं से वोट करने की अपील भी की. उन्होंने इंस्टाग्राम पर फोटो शेयर करते हुए लिखा कि मेरा सभी मतदाताओं से अनुरोध है कि वे लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और अपने मताधिकार का प्रयोग करें.
राजधानी जैसी नहीं लगती रांची : महुआ माझी
रांची से झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) उम्मीदवार महुआ माझी ने भी सुबह-सुबह मतदान किया। उन्होंने रांची विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से अपने पक्ष में वोट करने की अपील भी की. उन्होंने कहा कि मैं शहर का विकास करना चाहती हूं. इस राज्य का विकास होना चाहिए. मैं रांची को झारखंड की राजधानी बनाना चाहता हूं. रांची बिल्कुल भी राजधानी नहीं लगती. हमें मौका दीजिए, मैं इसे राजधानी बनाना चाहता हूं।’ मुझे विभिन्न क्षेत्रों में अनुभव है. मैं एक बड़े विजन के साथ इस राज्य और शहर के विकास में योगदान देना चाहता हूं और आपकी सेवा करना चाहता हूं। ताकि आप रोजमर्रा की जिंदगी में भी खुश रहें
भाजपा प्रत्याशी सी.पी. सिंह ने भी मतदान किया
रांची विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार सी.पी. सिंह ने मतदान किया. मौके पर उन्होंने कहा कि मैंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. ये अधिकार भी है और कर्तव्य भी. प्रत्येक व्यक्ति को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए।
रक्षा राज्य मंत्री ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया. कहा कि झारखंड की जनता इन पांच वर्षों में भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी है. बीजेपी यहां दो तिहाई बहुमत से जीतेगी. क्या झारखंड एक धर्मशाला है, एक शरणार्थी केंद्र है? बांग्लादेश से घुसपैठियों को यहां बुलाया जा रहा है…बीजेपी ने संकल्प लिया है कि 24 नवंबर से बांग्लादेशी घुसपैठियों को चुन-चुन कर सीमा से बाहर निकाला जाएगा. कल स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा था कि ‘हिंदू कट्टरपंथी है.’ वोट बैंक के लिए हिंदू धर्म को गाली देना उनकी परंपरा है।’