सहायक पुलिसकर्मी अपने न्यायिक मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना पर है इसके आलोक में माननीय मुख्यमंत्री झारखंड सरकार ने प्रेस के माध्यम से यह वक्तव्य दिया है कि झारखंड सरकार सहायक पुलिस कर्मियों के प्रति सकारात्मक है उनके लिए दरवाजा खुला है सरकार बातचीत करना चाहती है इस संदर्भ में सहायक पुलिस कर्मियों का कहना है कि सरकार यदि सकारात्मक है संवेदनशील है तो इस समस्या का निदान हेतु स्पष्ट नीति क्या है दरवाजा खुला है तो किस तरह का दरवाजा खुला है हम लोग किसके माध्यम से उसे दरवाजे तक पहुंचे कहां बातचीत होगी कैसे बातचीत होगी क्या बातचीत होगी और और कब बातचीत होगी इसका फलाफल कब तक मिलेगा यह सकारात्मकता से सहायक पुलिस कब तक लाभान्वित होंगे तमाम तरह के सहायक पुलिस कर्मियों में सवाल चल रही है एवं गृह विभाग विशेष सचिव मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव गृह विभाग के प्रधान सचिव के समक्ष वार्ता एवं मांग पत्र सौपा गया उसका क्या हुआ इसका भी वस्तु स्थिति स्पष्ट नहीं है इसका भी वस्तु स्थिति स्पष्ट किया जाए उपरोक्त लेकिन परंतु को सरकार और सरकार के प्रतिनिधि स्पष्ट करें की किस स्तर पर कहां बातचीत होगी और उसका लाभान्वित कब दिया जाएगा सहायक पुलिस कर्मी भी सरकार के वक्तव्य से आसान्वित है उम्मीद करती है कि जल्द से जल्द इस पर सरकार निर्णय लेगी और हमारे दर्द को समझ कर इसका निदान एवं लाभान्वित करेगी उपरोक्त बिंदुओं को संकलन हेतु।
