राजभवन के सामने टेट पास सहायक अध्यापक (सहायक अध्यापक समन्वय समिति ) के बैनर तले अनिश्चितकालीन आमरण अनशन सह धरना प्रदर्शन का 35वां दिन गोड्डा एवं साहेबगंज जिले के टेट पास पारा शिक्षक भाग लिए।

प्रदेश संरक्षक प्रमोद कुमार ने कहा कि झारखंड में बिहार के तर्ज पर सारा कार्य होता है परन्तु पारा शिक्षको को वेतनमान छोड़कर .. क्योकि बिहार में I.N.D.I.A की गठबंधन की सरकार वेतनमान के बाद राज्यकर्मी की दर्जा देने की घोषणा कर दी है परन्तु झारखण्ड में वही I.N.D.I.A की सरकार वेतनमान देने पर ठोस पहल तक नही कर पा रही है इसलिए चेतावनी देते हुए कहा की सरकार सारी अर्हता धारी टेट पास को जल्द वेतनमान देने की ठोस पहल करे क्योकि अब उग्र आंदोलन का रणनीति बन चुकी है उसे भी झेलने को तैयार रहे ! इसके तहत आज धरना स्थल में ही सरकार का विरोध स्वरुप मुंडन कार्यक्रम किया गया जिसमे जय किशोर मो अफसार हुसैन एवं अन्य टेट पास ने मुंडन कराया।
प्रदेश अध्यक्ष सह समन्वय सदस्य के मिथिलेश उपाध्याय ने कहा आज आंदोलन का 35 वाँ दिन है लेकिन सरकार के तरफ से कोई सुधि नहीं लिया गया है। अगर सरकार जल्द पहल नही करती है तो आगे 14000 हजार टेट पास शिक्षक अब चुप नही बैठेगे और सता धारी विधायक एवं मंत्री का आवास का घेराव के साथ साथ गठबंधन के तीनो पार्टी कार्यालय का भी घेराव किया जाएगा।

साहेबगंज जिला अध्यक्ष बबलु घोस ने कहा सरकार हर जगह यह कहती फिरती है की पारा शिक्षक का सारा समस्या को दूर कर लिया गया है जो केवल कोरा बकवास है ।अगर सारा समस्या का हल कर देती तो फिर आज टेट पास सहायक अध्यापक राज भवन के सामने धरना पर क्यों बैठा हुआ है? साथ ही आनन फानन में 3 अक्टुब२ को EPF एवं कल्याण कोष की बैठक क्यो बुलाए ।
लातेहार जिला अध्यक्ष घनश्याम चन्द्र ने यह जानकारी दिया की झारखंड में केवल आश्वासन देकर सभी मंत्री ,विधायक कन्नी काटने का काम करती है और हमारे आंदोलन को कमजोर करने के लिए आनन फानन में विभाग बैठक बुलाई है। जिसका मै विरोध करता हु और मांग करता हुँ कि पूर्व में वेतनमान का भी समझौता हुआ है उसका बैठक सरकार बुलाए और सभी टेट पास को वेतनमान दें
आज के कार्यक्रम में मिथिलेश उपाध्याय मिथिलेश यादव मनोज शर्मा संजय मेहता नफीस अख्तर, मुख्तार अंसारी, बबलु घोष गौरव कुमार घनश्याम चन्द्र राजकिशोर महतो जयकिशोर कापड़ी मो ० अफसार हुसैन काली चरण साहदेव, संजय यादव, राजेन्द्र दता, आदि सैकड़ों सैकड़ों की संख्या में टेट पास सहायक अध्यापक मौजूद थे।