जय आदिवासी केंद्रीय परिषद के तत्वावधान में सरना भवन नगडा टोली परिसर में सुर्य क्रांति महानायक बिरसा मुंडा जी के शहादत श्रद्धांजलि दिवस पर अवसर पर भावभीनी भगवान बिरसा मुंडा जी के चित्र पर पुरे आस्था भाक्ति के साथ कार्यक्रम में शामिल अगुवाओं ने विधिवत पुष्प अर्पित कर नमन किया गया।
तत्पश्चात जय आदिवासी केन्द्रीय परिषद द्वारा वर्तमान धार्मिक /सामाजिक /जल जंगल जमीन की सुरक्षा/महिला सशक्तिकरण आर्थिक स्थिति/पर आदिवासी की सर्वांगीण विकास पर चिंतन बैठक रखा गया,
इस बैठक में निरंजना हेरेंज टोप्पो महिला केन्द्रीय अध्यक्ष एंव अजय टोप्पो प्रखर अजय टोप्पो ने संयुक्त रूप से सम्बोधित करते हुए कहा कि
इसमें बिरसा मुंडा के विचारों को रखा गया है, धरती आबा बिरसा मुंडा जल ,जंगल, जमीन की लड़ाई अंग्रेजो से लड़ते हुए शहीद हो गए। झारखंड राज्य बनने के बाद आज जमीन की लूट मची हुई है, रैयती जमीन के लूटने के बाद, आज परिस्थिति यह है कि आदिवासी की धार्मिक व्यवस्था की जमीन सरना,मसना, डाली कतारी,भूतखेता,देशावली, बकास भूमिहारी पहनाई , सभी जमीन की लूट हो रही हैं,भू माफिया गोली बारुद के बल पर जमीन हड़प रहे हैं आज धरती आबा बिरसा मुंडा के शहादत दिवस पर संकल्प लेकर इस लड़ाई को लेकर पूरे जिले में आदिवासियों के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जागरुक एंव गोल- बंद कर जमीन की सुरक्षा को लेकर आर पार की लड़ाई के लिए कटिबद्ध है।
साथ ही आदिवासी समाज की उत्थान के लिए हर लोगों को जोड़ने का रणनीति बनाई गई।

विभिन्न क्षेत्रों से आये समाजिक/धार्मिक अगुवा मान्यवर सुकरा मुन्डा मुन्नी पाहन सुश्री माला कुजूर मुन्ना टोप्पो किसन भुटकुवर युवा समाजसेवी सन्नी विकास पाहन आनंद तंम्बा झारिया उरांव ने अपने विचारों से प्रभावित किया
इस बैठक में विभिन्न क्षेत्रों गांव से मुन्नी कच्छप मानो टोप्पो प्रकाश कच्छप निर्मल खाखा करमा कमल लिंडा ,अरूण नगेशिया,नीरू कच्छप मुनिता उरांव ,अनिता लकड़ा अंजलि मुंडा फुलमनी मुंडा संदीप मुंडा विनय गाड़ी मुन्नी पाहन आशा पाहन क रोहित पाहन श्रीकांत बाड़ा सहित अन्य उपस्थित हुए।
