आपने पुराने फिल्मों में नटवर लाल के जैसे किरदार वाली फिल्म जरूर देखा होगा अब नए जमाने के नटवर लाल नेटवर्क लाल हो गए है आपको जो खबर बताने जा रहा हूं यह नेटवर्क लाल ट्रांसफर पोस्टिंग वाले नेटवर्क लाल की मैं बात कर रहा हूं जी हा अब सभी क्षेत्र में नए-नए नटवरलाल आ गए हैं।

ताजा मामला रांची पुलिस ने ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुख्ता सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह गिरोह करीब आधा दर्जन आईपीएस, कई डीएसपी और राज्य प्रशासनिक सेवा के कई अफसरों के संपर्क में था. इस गिरोह ने वैसे अधिकारियों से सबसे पहले संपर्क साधा, जो सेटिंग पोस्ट पर थे. संटिंग पोस्ट वाले अफसरों को कोयला क्षेत्र में पोस्टिंग दिलाने के नाम पर झांसा देने के बाद गिरोह के लोगों ने जिले में पदस्थापित आईपीएस से संपर्क किया. जिले में पदस्थापित जिन अधिकारियों से संपर्क साधा गया, वह पिछले वर्ष प्रमोट हुए थे।
गिरोह ने उन्हें भी मनचाहे जिलों में पोस्टिंग दिलाने का भरोसा दिलाया था. इसके बाद कुछ अधिकारी अपने ट्रांसफर को लेकर काफी हद तक आश्वस्त भी हो गये. उनके करीबी लोगों ने इस बात की चर्चा शुरू कर दी कि हमारे साहब इस जिले में जा रहे हैं. गिरोह के लोगों की हनक ऐसी थी कि कुछ आईपीएस उनसे बड़े अदब से पेश आते थे. इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि ठगी करने वाले गिरोह का संपर्क राज्य के कई बड़े नेताओं और वरीय अधिकारियो से भी था. इस पूरे प्रकरण की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ेगी वैसे वैसे नये राज उजागर हो सकते हैं और इस पूरे खेल में कई सफेदपोश चेहरों से भी पर्दा हट सकता है।
अब बताते हैं कैसे हुआ मामले का खुलासा:-
रांची पुलिस ने सोमवार की देर शाम आधिकारिक तौर पर जानकारी देते हुए बताया कि गुप्त सूचना बना कर राज्य के वरीय पदाधिकारियों को ट्रांसफर पोस्टिंग के अलावा अन्य टेंडर मैनेज करने का आश्वासन देकर ठगी का प्रयास किया जा रहा है. इस संबंध में कोतवाली थाना सनहा दर्ज कर सज्जाद उर्फ़ मुन्ना और कैप्टन सिंह सलूजा को थाना बुलाकर पूछताछ की गयी.।
पूछताछ और अब तक की गयी जांच से यह स्पष्ट हुआ कि इस समूह में आयन सरकार, चन्दन लाल और सूर्य प्रभात समेत कई अन्य लोग भी शामिल हैं. अब तक की जांच से यह पाया गया कि राज्य के अनेक वरीय प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारियों को अपने पसंदीदा स्थानों ट्रांफसर करने के संबंध में ये लोग आश्वासन दे रहे हैं. जांच में पीड़ित व्यक्तियों की पहचान की जा रही है. जांच की प्रगति के आधार पर अग्रतर कार्यवाही का निर्णय लिया जायेगा।