पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी के द्वारा सम्मानित हास्य कवि पंकज धरोहर को पैरालंपिक कमिटी ऑफ झारखंड का मीडिया प्रभारी बनाया गया। यह घोषणा कमिटी के अध्यक्ष श्री जटाशंकर चौधरी जी के द्वारा किया गया। जटाशंकर चौधरी जी ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि दिव्यागों के उत्थान के लिए धरोहर जैसे लोग हमारे साथ कंधा से कंधा मिलाकर काम करने के लिए आगे आ रहे हैं।

पंकज धरोहर की कवि के रूप में पहचान तब बनी जब रांची में भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान “अटल पुराण” लिखने के कारण पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी के द्वारा उन्हें अपने कमरे में बुला कर पांच हजार रूपये उन्हें अपनी हाथों से दिए गए थे। “अटल पुराण” का जिक्र फिल्म अभिनेता शेखर सुमन के चर्चित टीवी शो पोल खोल में भी किया गया था। उसके बाद धरोहर के द्वारा लालू पुराण, शिबू चालीसा और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा पर अर्जुन चालीसा भी लिखा गया था जो काफी चर्चित हुआ था।
पंकज धरोहर मुख्य रूप से हास्य कवि के रूप में पहचाने जाते हैं। उनकी नब्बे फीसदी कविता का केंद्र बिंदु बीवी हुआ करती है। उनका कहना है कि बीवी पे कविता लोगों के दिल को छूती है। मर्दों को लगता है कि कवि हमारी प्रताड़ना की व्याख्या ईमानदारी से कर रहा है। मैं भी उसी पीड़ा से ग्रसित हूं इसलिए मेरी कविता लोगों के दिल को छूती है। मैं अपनी सफलता का श्रेय अपनी पत्नी को देता हूं। अगर मैं कुंवारा होता तो शायद मैं कवि नहीं होता।