सरकार के वादाखिलाफी, समझौता का उलंघन, राज्य के 62000 सहायक अध्यापकों को वेतनमान, झारखण्ड सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली 2021 में संशोधन, सहित अन्य मांगों को लेकर राज्य के 62,000 सहायक अध्यापक राज्य के चार संघो के समन्वय “झारखण्ड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा ” के बैनर तले कल 3 दिसम्बर 2023 रविवार को सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के अंदोलन के प्रथम चरण 57 विधायकों को घेरने का कार्यक्रम है । इसे लेकर 3 दिसम्बर को राज्य के सभी विधानसभा मे प्रखंड इकाई की बैठक होगी ।
मोर्चा ने सरकार के समक्ष- ये बातें रखी है।
1- वेतनमान के वादे के साथ सरकार सत्ता मे आई थी,तत्काल वेतनमान के समतुल्य मानदेय भुगतान एवं जनवरी 2022 से कर्मचारी भविष्य निधि का लाभ नही देकर सरकार ने समझौता का उल्लंघन किया ।
2- एक वर्ष से सरकार के पास सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावाली 2021 मे संशोधन का प्रस्ताव लंबित है , झारखण्ड कैबिनेट से नियमावली मे संशोधन ना होने से शहरी क्षेत्र क्षेत्र मे चार प्रतिशत वार्षिक वृद्धि के साथ अनुकम्पा का लाभ नहीं मिल रहा है।
3- आकलन उत्तीर्ण एवं सीटेट को बिहार नियोजित शिक्षक के तर्ज पर समतुल्य लाभ
4- आकलन परीक्षा संदर्भित समस्या—
(क) 52.64% +59.33%— को 53% एवं 60% मानते हुए परीक्षाफल परिणाम घोषित किया जाए ।
(ख) आकलन परीक्षा के त्रुटि पूर्ण उत्तर का अंक सभी परीक्षार्थी को दिया जाए(सूची दी गई)
(ग) आकलन उतीर्ण सहायक अध्यापकों को प्रमाण पत्र एवं तत्काल 10% मानदेय वृद्धि।
(घ) द्वितीय आकलन परीक्षा यथा सिघ्र आयोजन ।
कार्यक्रम को सफल करने हेतु विनोद बिहारी महतो, संजय दुबे, विनोद तिवारी, सिद्दीक शेेख, ह्लिषीकेस पाठक, विकास कुमार चौधरी,सुमन कुमार, निरंजन दे, नेली लुकास, नरोत्तम सिंह मुंडा, ,बैजनाथ महतो , मुख्य रूप से शामिल रहें ।