रांची पुलिस ने बैंक ट्रांजैक्शन के एक छोटे से क्लू को आधार बनाकर चोरी की एक बेहद शातिर साजिश का पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने पति-पत्नी चोर की जोड़ी को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने पहले सोने के गहनों की चोरी की और फिर उन्हें गिरवी रखकर फाइनेंस कंपनी से लोन लिया। लोन की रकम को कई अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर अंततः अपने खाते में जमा कराया गया। पुलिस ने जांच के दौरान जब पैसों की ट्रांजैक्शन हिस्ट्री को खंगाला, तो सारा मामला सामने आ गया।

दरअसल, 7 मई को सीएमपीडीआई (CMPDI) में कार्यरत रानी कुमारी ने गोंदा थाना में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके घर से कीमती गहनों की चोरी हो गई है। शुरुआती जांच में जिस महिला स्टाफ पर शक जताया गया था, वही असल में चोर निकली। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाते हुए पाया कि आरोपी महिला कविता शर्मा ने अपने दूसरे पति विकास बहादुर के साथ मिलकर यह साजिश रची थी। विकास हैदराबाद में सैफ (SAF) कंपनी में कार्यरत है। चोरी के बाद गहनों को गिरवी रखकर लोन लिया गया, और उस लोन के पैसों को डिजिटल माध्यम से घुमा-फिराकर अपने खाते में डाला गया।
पुलिस ने इस मामले में 328 ग्राम सोना बरामद कर लिया है और दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। रांची के डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह केस आधुनिक तकनीक की मदद से सुलझाया गया है और जिन अन्य लोगों ने ट्रांजैक्शन में मदद की है, उनकी तलाश जारी है।