देश से सांप्रदायिक ताकत को भगाने के लिए राजद ने की अहम बैठक

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राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश कार्यालय रांची में अध्यक्ष संजय सिंह यादव के अध्यक्षता में झारखंड के जिलाअध्यक्ष ,महिला जिला अध्यक्ष और युवा जिला अध्यक्ष के संयुक्त बैठक हुई।

कार्यक्रम का संचालन युवा राजद के प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव ने किया।

राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता अनीता यादव ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि आज की बैठक का उद्देश्य था संगठन का विस्तार , अंबेडकर पर परिचर्चा और जिला सम्मेलन। उन्होंने बताया कि समस्त जिला अध्यक्ष को आज ये जिम्मेदारी दी गई और संकल्प दिलवाया गया कि आने वाले लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के तहत पार्टी को मजबूत करना है और देश से सांप्रदायिक ताकतों को भगाना है।

राजद नेता राधा कृष्ण किशोर ने बताया कि राज्य में हुए कम वर्षा को ध्यान में रखते हुए आज यह प्रस्ताव पारित किया कि झारखंड को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए। सारे माननीय और प्रदेश पदाधिकारी एवं जिला अध्यक्ष ने एकमत से इस प्रस्ताव का समर्थन किया।

राजद नेता घूरन राम ने संगठन के विस्तार पर चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं के योगदान के बिना संगठन का विस्तार संभव नहीं। सुरेश पासवान ने अपने वक्तव्य में कहा कि हम पूरी तरह से तैयार हैं आने वाला समय युद्ध के समान है और हम इस युद्ध के लिए तैयार हैं।


राजद प्रदेश अध्यक्ष संजय प्रसाद यादव ने अपने अभिभाषण में कहा कि हम राजद के सच्चे सिपाही हैं और हम हर मोर्चे पर हर समय तैयार रहते हैं जो राष्ट्रीय अध्यक्ष का आदेश होगा उसका पालन हम पूर्णता करें। महिला अध्यक्ष रानी ने कहा कि महिलाओं को सम्मान मिलना चाहिए। महिला हर मोर्चे पर डट कर तैयार है उन्हें बराबर का सम्मान, स्थान और मौका मिलना चाहिए।


प्रदेश अध्यक्ष ने अपने अभिभाषण में कहा की संगठन की मजबूती ही जीत निश्चित कर सकती है और सभी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष को एक साथ समन्वय बनाकर काम करने की आवश्यकता है ।


कार्यक्रम को संबोधन करते हुए झारखंड के प्रभारी जयप्रकाश नारायण यादव ने कहा की राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के अथक प्रयास से इंडिया के तहत सभी पार्टी एकजुट हुए हैं और देश में जो सांप्रदायिक ताकत है उसे भगाने की जरूरत है। देश में पहली बार एक ऐसा नेता प्रधानमंत्री के रूप में बना जो सिर्फ झूठे वादे ही करता है। इसलिए देश से भाजपा को भगाना है और देश बचाना है। मणिपुर में जिस तरह की घटना घटी इससे पूरा देश शर्मसार हुआ वैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने बोलना भी उचित नहीं समझा। ऐसे प्रधानमंत्री से देश को कोई भी उम्मीद नहीं है।

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