कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने झारखंड में 12वें मंत्री पद पर झामुमो के दावे को स्वीकार कर लिया है. अब झामुमो चार साल से रिक्त पड़े 12वें मंत्री पद पर दलित विधायक बैजनाथ राम को मंत्री बनाएगा। मिली जानकारी के अनुसार जो पेंच था उसे सुलझा लिया गया है. इसलिए मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन सरकार जल्द ही अपने दूसरे मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए अंतिम क्षण में शपथ लेने से चूक गए दलित विधायक बैजनाथ राम को शपथ दिलाएंगे।

यह था पेंच, ऐसे सुलझा मसला
दरअसल राज्य में 2019 में गठित हेमंत सोरेन सरकार के समय से ही झामुमो और कांग्रेस के पेंच के कारण 12 वां मंत्रीपद रिक्त चल रहा था. मगर हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद गठित नयी चंपाई सोरेन सरकार ने 12 वें मंत्री के तौर पर राजभवन में बैजनाथ राम का नाम भेज चुकी थी. मगर ऐन वक्त पर कांग्रेस के दबाव और विवाद उत्पन्न होने के बाद बैजनाथ राम को राजभवन से आमंत्रण मिल जाने के बाद भी उन्हें बीच रास्ते से वापस कर दिया गया. इसके बाद विधायक बैजनाथ राम अपमानित महसूस करने लगे ।
पार्टी छोड़ने तक की चेतावनी दे डाली. मगर चंपाई सोरेन और झामुमो के वरिष्ठ नेताओं ने व्यक्तिगत तौर पर बैजनाथ राम से बात की. उन्हें समझाया. सीएम ने बैजनाथ राम से दो-तीन दिनों का समय मांगा इसके बाद मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन दिल्ली गए।
वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से बात की जिसमें यह पेंच को सुलझा लिया गया. कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने अपनी सहमति प्रदान कर दी.