आदिवासी छात्र संघ ने DSPMU का नाम शहीद वीर बुधु भगत के नाम पर रखने के झारखंड सरकार के फैसले का किया स्वागत
आदिवासी छात्र संघ (ACS) झारखंड सरकार द्वारा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (DSPMU) का नाम महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद वीर बुधु भगत के नाम पर रखने के ऐतिहासिक निर्णय का जोशीले शब्दों में स्वागत करता है। यह फैसला झारखंड की सांस्कृतिक अस्मिता, आदिवासी गौरव और ऐतिहासिक चेतना को सच्चा सम्मान प्रदान करता है।

पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा विश्वविद्यालय का नाम जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर रखे जाने से झारखंडी भावना आहत हुई थी। इस अन्यायपूर्ण निर्णय के विरुद्ध ACS ने लगातार जनांदोलन किया — जिसमें विधानसभा मार्च, कॉलेज तालाबंदी, थाली-पीट आंदोलन, और धरना-प्रदर्शन जैसे कई ऐतिहासिक कदम शामिल रहे।
ACS विशेष रूप से तामाड़ विधायक श्री विकास सिंह मुंडा को हार्दिक बधाई और आभार प्रकट करता है, जिन्होंने झारखंड विधानसभा में इस मुद्दे को दृढ़ता और दमदारी से उठाया और जनभावनाओं को उचित मंच तक पहुँचाया।
इस जीत को संभव बनाने वाले तमाम आंदोलनकारी साथियों को भी ACS सलाम और हार्दिक शुभकामनाएँ देता है, जिन्होंने वर्षो तक संघर्ष कर, झारखंडी पहचान को पुनर्स्थापित करने में ऐतिहासिक भूमिका निभाई।

ACS के केंद्रीय मीडिया प्रभारी सुमित उरांव ने कहा:
“यह नाम परिवर्तन नहीं, यह झारखंडी स्वाभिमान और इतिहास की जीत है। यह निर्णय हर उस साथी को समर्पित है जो चुप नहीं बैठा और आदिवासी और झारखंडी अस्मिता के लिए लगातार लड़ता रहा।”
ACS झारखंड सरकार को धन्यवाद देता है और अपेक्षा करता है कि भविष्य में भी राज्य की शिक्षण एवं प्रशासनिक संस्थाओं में झारखंडी महापुरुषों को उचित सम्मान और स्थान मिलता रहेगा।