पुलिस ने 30 घंटे बाद देवेन्द्र नाथ महतो को रिहा कर दिया. उनकी रिहाई के बाद समर्थकों ने उन्हें कंधे पर उठा लिया. देवेन्द्र ने अपने समर्थकों के साथ परमवीर अलबर्ट एक्का की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. देवेन्द्र महतो ने कहा कि 60-40 की जगह अस्थायी नियोजन नीति बननी चाहिए. झारखंडियों की नियुक्ति होनी चाहिए. जेएसएससी सीजीएल परीक्षा परिणाम के प्रकाशन पर रोक लगाने के हाईकोर्ट के फैसले पर देवेंद्र ने कहा कि हाईकोर्ट का फैसला यह संदेश देता है कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं. उन्होंने कहा कि मजबूरी में नहीं बल्कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कई लोग मारे गए।
कहा कि हिरासत में लेने के बाद भी उन्हें इलाज नहीं दिया गया. 24 घंटे के अंदर तीन थाने नामकुम, जगन्नाथपुर और कोतवाली का चक्कर लगाया. इसके अलावा कई सरकारी दफ्तरों की पार्किंग में भी यह घंटों तक पड़ा रहा। आपको बता दें कि जेएसएससी कार्यालय के बाहर सोमवार को पूरे दिन छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा. उनका नेतृत्व कर रहे जेएलकेएम नेता देवेन्द्र नाथ महतो को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. पूरे दिन हिरासत में रखा गया. ऐसे में छात्रों का गुस्सा और बढ़ गया. उन्होंने प्रशासन को देवेन्द्र को रिहा करने की चेतावनी दी थी। आखिरकार तीस घंटे बाद पुलिस ने देवेन्द्र को रिहा कर दिया