स्वामी दिव्यानंद बने रामायण रिसर्च कौंसिल के प्रदेश अध्यक्ष, कहा मां सीता की भव्य प्रतिमा और मंदिर का होगा निर्माण    

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रामायण रिसर्च काउंसिल की झारखण्ड ईकाई के तत्वावधान में होटल रेंड्यू में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान काउंसिल के सभी सदस्यों ने मां सीताजी के प्राकट्य क्षेत्र सीतामढ़ी में मां सीताजी को भगवती के रूप में स्थापित करने की दिशा में हरसंभव सहयोग का संकल्प लिया।  इस अवसर पर काउंसिल की प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा की गयी. जिसमें रामायण रिसर्च काउंसिल के राष्ट्रीय संत संरक्षक मण्डल के सदस्य स्वामी दिव्यानंद जी महाराज को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेवारी मिली।बैठक के बाद प्रेस को संबोधित करते हुए स्वामी दिव्यानंद  ने कहा कि सीतामढ़ी में मां सीताजी की 251 फीट ऊंची प्रतिमा की स्थापित तथा भव्य मंदिर का निर्माण करना प्रस्तावित है। उन्होंने कहा कि इस हेतु काउंसिल को 30 एकड़ भूमि उपलब्ध हो गई है, साथ ही 25 एकड़ भूमि को लेकर बातचीत अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि काउंसिल के तत्वावधान में 51 शक्तिपीठों से मिट्टी और जल लाएंगे, नलखेड़ा से मां पीताम्बरा जी का ज्योत लाएंगे और श्रीलंका, इंडोनेशिया, बाली समेत उन सभी स्थानों से मिट्टी और जल लाएंगे, जहां से भगवान श्रीराम और मां जानकी जी का नाता रहा है।


उन्होंने कहा कि हाल में बिहार सरकार भी इस ओर सजग हुई है, उन्हें इसका बहुत हर्ष है। जितने मंदिर बने, हमारे सनातन के लिए उनता ही अच्छा है। उन्होंने कहा कि काउंसिल के तत्वावधान में वर्ष 2018 से इस विषय पर कार्य हो रहा है। एक समय था जब इस पर केवल बातें होती थीं, लेकिन आज काउंसिल की पहल के बाद कई संस्थाएं जागृत हुई हैं.
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि काउंसिल के ही पहल पर अयोध्या में प्रभु श्रीराम मंदिर निर्माण से जुड़े आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा बीते वर्ष सीतामढ़ी विजिट कर चुके हैं और विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार भी काउंसिल के प्रकल्प को हरसंभव सहयोग की घोषणा कर चुके हैं। काउंसिल के इस विषय को वहां के वर्तमान सांसद सुनील कुमार पिंटू ने हाल में संसद में भी उठाया था।


इस अवसर पर स्वामी दिव्यानंद जी महाराज के द्वारा अतिथियों को मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित भी किया गया।
इस मौके पर चिन्मय आश्रम के स्वामी परिपूर्णानंद, डॉ सुमन कुमार, महंत ओमप्रकाश, काउंसिल के महामंत्री अमित साहू , हरविंदर सिंह खुराना, राजीव रंजन, पूनम आनंद समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन विजय पाठक और धन्यवाद ज्ञापन दीपेश निराला ने किया .

रामायण रिसर्च काउंसिल की नवगठित प्रदेश कार्यकारिणी
मार्गदर्शक मंडल – स्वामी भूतेशानंद, स्वामी परिपूर्णानंद,महंत ओम प्रकाश ,स्वामी कृष्ण चैतन्य.
संरक्षक मंडल – पूर्व आईपीएस  निर्मला कौर, चंद्रकांत रायपत, सूर्यभान सिंह ए सी ठाकुर, हरि नारायण सिंह, विजय पाठक, चंदन मिश्रा, विनय चतुर्वेदी, दिव्यांशु झा, अमरकांत , संजय समर.
प्रदेश अध्यक्ष — स्वामी दिव्यानंद जी महाराज
उपाध्यक्ष – पूर्व आईपीएस राजीव रंजन ,डॉ अभिषेक रामाधीन, मुरारी लाल गुप्ता,
महामंत्री – अमित साहू , अखिलेश पाठक ,हरबिंदर सिंह  खुराना ‘बॉबी’ प्रमोद सारस्वत.
मंत्री – बिमलेश सिंह ,रोहित शारदा ,चंद्र प्रकाश धेलिया ,प्रेमचंद श्रीवास्तव ,लाल पृथ्वी नाथ शाहदेव
सह मंत्री -मुरारी मंगल, पं. श्यामानंद पांडे, मुकेश वर्मा,
प्रो. मुरारी मेहता “मनीष”,प्रशांत पोद्दार
विशेष आमंत्रित सदस्य – कर्नल ए. के. सिंह
विधि सलाहकार – एडवोकेट सुनील कुमार
प्रेस सलाहकार –  दीपक अम्बष्ठ
मीडिया प्रभारी – निलय सिंह, संजय साहू
प्रचार मंत्री – राजेश अयान, संदीप मुखर्जी “शैंडी”
विशेष कार्यकारिणी समिति – विजय पाठक, दीपेश निराला चंद्रशेखर प्रसाद ,ललित चौधरी ,मुन्ना सोनी ,परमजीत सिंह चाना
सीता सखी मंडल अध्यक्ष – पूनम आनंद
सदस्य – उषा पांडे ,रूप लक्ष्मी मुंडा ,मुन्नी झा ,नम्रता सोनी ,रवि मेहता, मनीषा साईं ,डॉ रूबी ,कुमुद झा,नीलम चौधरी ,नूतन पाहन,कुमुद पांडे,संतोष मृदुला ,शीला साहू, रानी सिन्हा,रंजीता राठौर
विशेष कार्यरिणी समिति – निशा झा ,सागोरिका सरकार (वीना श्री), कल्याणी झा।

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