केन्द्रीय सरना स्थल सिरम टोली बचाओ मोर्चा ” की टीम द्वारा केन्द्रीय सरना स्थल सिरम टोली के ठीक सामने बने फ्लाईओवर के रैंप का निरीक्षण किया गया।
स्थानीय लोगों से पता चला कि सरकार के आदेश पर एल. एन. टी. कंपनी द्वारा रैंप हटाई जा रही है, परंतु जब मोर्चा के लोग उक्त स्थल पर पहुंचे तो देखा कि मात्र तीन से चार मजदूर फावड़ा और कुदाल चलाकर रैंप तोड़ रहे हैं। मोर्चा के सभी अगुवाओं ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार सरना आदिवासियों को छलने का काम ना करें। हमें परमानेंट सोल्यूशन चाहिए और पूरे रैंप को हमेशा के लिए हटाया जाए।

सरकार आदिवासियों को लाॅलीपाॅप दिखाने का काम कर रही है और हम उनके झांसे में आने वाले नहीं हैं। सरकार हमेशा के लिए फ्लाईओवर के रैंप को सरहुल से पहले हटा दे। तथाकथित केन्द्रीय सरना समिति अध्यक्ष अजय तिर्की द्वारा, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को सरहुल महोत्सव का निमंत्रण दिया गया है, उसे आदिवासी समाज खारिज करते हुए घोर निन्दा करती है। अतः समस्त आदिवासी संगठनों एवं समस्त आदिवासी समाज ने निर्णय लिया है कि, अगर सरहुल शोभायात्रा से पहले पूरा रैंप नहीं हटाया गया तो सरहुल महोत्सव ( 01 अप्रैल) सह शोभायात्रा के दिन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं अन्य किसी भी राजनीतिक पार्टी के विधायक और सांसदो को “पवित्र सरना स्थल” में घुसने नहीं दिया जाएगा और पूरे शोभायात्रा की झांकियों में हेमंत सोरेन का पुतला बनाकर विरोध किया जाएगा। शोभायात्रा के जुलूस में सरना झंडा के साथ साथ काला झंडा भी निकाला जाएगा ।
अगुवाओं ने यह भी कहा कि विभिन्न समाचार-पत्रों से मालूम हुआ है कि सरकार हमारे शोभायात्रा के दिन हमारा शोभायात्रा को बिगाड़ने के लिए पुराने जेल परिसर में सरकारी कार्यक्रम आयोजित करा रही है जिससे हमारे पुरोधा बाबा कार्तिक उरांव और पद्मश्री डॉ रामदयाल मुंडा जी के सपनों का अपमान होगा और मोर्चा इसका पुरजोर विरोध करती है। मौके पर पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव, निरंजना हेरेंज टोप्पो, कुंदरसी मुंडा, पवन तिर्की, सूरज टोप्पो, प्रेमशाही मुंडा, बबलू मुंडा, फूलचंद तिर्की, राहुल तिर्की, स्मिथ तिर्की, नवीन तिर्की, अमित मुंडा, संगीता कच्छप, सुशीला कच्छप, सनी हेमरोम, रोहित तिर्की, प्रकाश मुंडा, समेत कई लोग शामिल थे।