आज रांची कैथोलिक महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने डोरंडा में स्थित लॉरेटो विद्यालय में छात्राओं, शिक्षकों, और छात्राओं के माता पिता के लिए आगमन काल का मिस्सा बलिदान अर्पित किया। साथ ही लॉरेटो विद्यालय परिवार के साथ थोड़े समय के लिए क्रिसमस गैदरिंग में भी रहे।

आज लॉरेटो विद्यालय डोरंडा के लिए विशेष अवसर रहा क्योंकि आज उन्होंने आगमन काल का विशेष मिस्सा बलिदान एवं क्रिसमस गैदरिंग का आयोजन किया। मिस्सा बलिदान की अगुवाई महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने की। महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने अपने धर्मोपदेश में कहा कि : “चरनी में लेटा नन्हा प्रभु येसु ही क्रिसमस का केंद्र बिंदु है। यही नन्हा बालक हमें याद दिलाता है कि प्रभु हमें प्यार करता है और उसका वास हमारे बीच है। हम सिर्फ बाहरी चीजों मिठाई बनाना, कपड़े खरीदना, शॉपिंग करना, घर की सफाई करना इत्यादि पर ही न लगें रहें बल्कि प्रभु को अपने हृदय में स्वागत करें।” मिस्सा के अंत में क्रिसमस गैदरिंग का भी आयोजन रहा। महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद ने अपने संबोधन में स्वार्थ त्याग कर सभी को क्रिसमस की खुशी में शामिल करने, सेवा और संवेदना व्यक्त करते हुए क्रिसमस मनाने का आह्वान किया।


इस आगमन काल के मिस्सा बलिदान और क्रिसमस गैदरिंग के अवसर पर रांची के महाधर्माध्यक्ष विंसेंट आइंद के आलावा, फाo रवि, फाo सुधीर कुजूर, फाo पीटर सांगा, फाo प्रभात, सिo ग्लोरिया, सिo पुष्पा, आर्चबिशप के सेक्रेटरी फाo असीम मिंज, लॉरेटो विद्यालय के कैथॉलिक छात्राएं, शिक्षकगण, एवं अभिभावक शामिल हुए।
