13 जुलाई की बैठक झांकी है आंदोलन अभी बाकी है- झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा।

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झारखंड सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के द्वारा विगत 20 जुलाई 2024 के आंदोलन के लगभग 1 वर्ष बाद पुनः राज्य कमेटी के द्वारा आंदोलन की रणनीति बनाई जा रही है, इसके लिए विगत  2–3 महीने से मोर्चा के राज्य कमिटी सदस्यों के बीच विचार विमर्श चल रहा था।  इसके पूर्व 29 जून और फिर 6 जुलाई को बैठक की तिथि निर्धारित की गई थी जो नहीं हो सकी।


विगत  20 जुलाई को एक दिन का आंदोलन जो  करीब 3 घंटे चला, लगभग 30000 सहायक अध्यापकों की भीड़ रांची के मोराहाबादी मैदान में एकत्रित हुई थी, सरकार एवं रांची प्रशासन के हाथ पांव फूल गए थे।
रांची DC, एसपी, सीनियर एसपी सभी वार्ता के लिए मोराहाबादी मैदान में सहायक अध्यापकों से हाथ जोड़ रहे थे शिक्षा मंत्री को लातेहार से 2 घंटे के अंदर जल्दीबाजी में प्रशासन के द्वारा वार्ता के लिए बुलाया गया था।

रांची प्रशासन के द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे, वॉटर कैन से पानी की बौछार छोड़ी गई थी एवं लाठी चार्ज किया गया, फिर भी सहायक अध्यापकों ने  प्रशासन के  मजबूत बेरिकेटिंग को तोड़कर अपनी  एकजुटता का परिचय दिया था

इस एक दिन और 3 घंटे के आंदोलन से हमें EPF का लाभ मिला था , अब इसी सरकार से 2025 में ही समान काम का समान वेतन हर हाल में लेना है हमें।

इसीलिए 13 जुलाई की बैठक अति आवश्यक है। आप सभी अधिक से अधिक संख्या में रांची पहुंचकर इस बैठक में भाग में लें 

बैठक स्थल मोराहाबादी मंच को  नये सिरे से बनाने के लिए तोड़ा गया है, मौसम को देखते हुए/  बारिश नहीं होने की स्थिति में मंच के पश्चिम तरफ पार्क में बैठक होगी।  बारिश होने की स्थिति में दादा-दादी पार्क के अंदर बैठक आयोजित किया जाएगा जिसकी सूचना 13 जुलाई को सभी को भेजा जाएगा ।

इस बैठक में विनोद बिहारी महतो विनोद तिवारी संजय दुबे ऋषिकेश पाठक दिलशाद अंसारी सिंटू सिंह विकास कुमार चौधरी सुमन कुमार निरंजन दे , बेलाल अहमद  भागवत तिवारी , विरेंद्र राय , सुशील पांडेय  शकील भाईजान, बैजनाथ महतो, नरोत्तम सिंह मुंडा, मौजूद रहेंगे।

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