बिशुनपुर की जनता ने कहा चमरा लिंडा को टिकट देना जनता के साथ होगा धोखा:
झारखंड में हुए लोकसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के बिशनपुर से विधायक चमरा लिंडा पार्टी लाइन से हटकर बगावत कर लोहरदगा संसदीय सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. उसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा ने विधायक चमरा लिंडा को इंडिया गठबंधन धर्म के विपरीत कार्यकाल के कारण पार्टी के केंद्रीय कमेटी के अध्यक्ष शिबू सोरेन के निर्देश पर पार्टी के सभी पदों से मुक्त करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया गया था इस बीच झारखंड विधानसभा चुनाव के बिगुल बजाने के बाद बिशनपुर से झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक रहे चमरा लिंडा ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनके आवास पर मुलाकात की।
इसके बाद चमरा लिंडा को फिर से झारखंड मुक्ति मोर्चा का टिकट पर चुनाव लड़ने की संभावना बन रही है, जिससे झारखंड मुक्ति मोर्चा के कर्मठ और अनुशासित कार्यकर्ता अपने आप को शर्मिंदगी महसूस कर रहे हैं चमरा लिंडा वही जिन्होंने पार्टी लाइन से हटकर बगावत कर चुनाव लड़ा.पिछले दिनों बिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ता सैंकडों की संख्या में वर्तमान विधायक चमरा लिंडा के खिलाफ ज़ोरदार विरोध करने के लिए मुख्यमंत्री से मिलने रांची पहुंचे।
लेकिन सीएम से मुलाकात नहीं होने पर वे गांधीवादी तरीके से मोराबादी में मौजूद बापू वाटिका में धरने पर बैठ गए। विधायक चमरा लिंडा को लेकर क्षेत्र में भारी नाराजगी है। वहां की जनता का कहना है कि विधायक कभी क्षेत्र में नहीं आते हैं, जबकि जनता ने उन्हें लगातार जीता कर विधानसभा भेजा। फिर भी लिंडा जनता की बीच कभी जगह नहीं बना पाए. इस दौरान टाना भगत के संयोजक जनार्दन टाना भगत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में चमरा लिंडा निर्दलीय चुनाव लड़े, जिसमें जनता ने उन्हें बुरी तरह से नकार दिया। इसके लिए चमरा लिंडा ने पार्टी से बगावत की थी, जिस कारण उन्हें पार्टी से निलंबित भी कर दिया गया। बिशनपुर विधानसभा के प्रसिद्ध समाजसेवीयो ने कहा कि जनता इस बार बदलाव के मिजाज में है कार्यकर्ताओं का कहना है कि क्षेत्र की जनता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पार्टी को पसंद करती है।
यही कारण है कि चमरा लिंडा को क्षेत्र की जनता 2 बार से चुनाव जीता रही है। लेकिन इस बार वहां की जनता और कार्यकर्ता एक नए चेहरे को चुनना चाहते हैं। ऐसे में चमरा को टिकट देना, जनता के साथ धोखा होगा।इस दौरान बिशुनपुर मे , झामुमो के कल्पना सोरेन के नेतृत्व में मंईयां सम्मान यात्रा के समय भी विधायक चमरा लिंडा ने इससे दूरी बनाए रखी। इससे पता चलता है कि उनका जनता और पार्टी के प्रति कितना प्रेम है। वहीं, जगन्नाथ उरांव ने कहा कि बिशुनपुर की जनता चमरा लिंडा को पूरी तरह से नकार चुकी है। उन्हें न जनता से प्रेम है और न ही पार्टी से।