समान काम का समान वेतन, अनुकंपा, 8000 सहायक अध्यापकों के बर्खास्तगी ।

Spread the love

शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से, सहायक अध्यापकों के माँग — समान काम का समान वेतन, अनुकंपा, 8000 सहायक अध्यापकों के बर्खास्तगी मुद्दे पर बात की एवं तमाम मुद्दे पर विभागीय बैठक करने का अनुरोध किया ,सहायक अध्यापकों एवं संगठन के द्वारा जल्द विभागीय बैठक एवं समाधान नहीं करने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी भी दी ।

मंत्री ने कहा कि :


(1) भारतीय संविधान में सभी लोग अपने हक एवं अधिकार के लिए आंदोलन करने को लेकर स्वतंत्र हैं सहायक अध्यापक भी आंदोलन कर सकते हैं।


(2) 8000 सहायक अध्यापकों के बर्खास्तगी के मुद्दे पर मैंने जब कहा कि — 20 वर्ष काम करने के बाद सरकार की नींद टूटी है, क्या ? सरकारी शिक्षकों के प्रमाण पत्र की भी जांच की गई है या सरकार की लाठी सिर्फ सहायक अध्यापकों पर ही चलाई जा रही है। इसको अविलंब रोकने का अनुरोध किया ।


इस पर मंत्री बोले कि — सहायक अध्यापकों के शैक्षणिक प्रमाण पत्र के जांच के बाद ऐसी कारवाई की गई है, इसपर मैंने कहा कि सहायक अध्यापकों का प्रमाण पत्र फर्जी नहीं है ,शैक्षणिक संस्थान मान्यता प्राप्त नहीं है तो योगदान के समय क्यों नहीं इसकी जांच की गई ?, अतः संबंधित सहायक अध्यापकों को इंटर पास करने के लिए मौका दिया जाए इसपर माननीय मंत्री जी ने कहा कि इसको देखते हैं।


विभागीय बैठक के मुद्दे पर अंत में मंत्री ने कहा कि प्रयास करते हैं जितना जल्द बैठक करवाया जा सके

कुल मिलाकर यह समझ में आया कि सरकार सहायक अध्यापकों के मांग एवं समस्या समाधान को लेकर चिंतनशील एवं क्रियाशील नहीं दिखती है, अतः झारखंड के तमाम सहायक अध्यापकों को एकजुट होकर सरकार के खिलाफ शंखनाद करना ही होगा इसमें सहायक आचार्य परीक्षा लिख चुके 99% ( टेट पास सहायक अध्यापकों ) एवं उनके स्वार्थी नेतृत्वकर्ता सहयोग नहीं करेंगे,अतः तमाम आकलन पास, प्रशिक्षित , अप्रशिक्षित सहायक अध्यापकों को अब आंदोलन की तैयारी करनी होगी बहुत जल्द राज्य कमेटी के द्वारा बैठक की तिथि निर्धारित कर आंदोलन का शंखनाद किया जाएगा ।

Leave a Reply