सरहुल शोभायात्रा की तीन झांकियां एवं एक खोड़हा हुए पुरस्कृत

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सरहुल शोभायात्रा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से तीन झांकियो को केंद्रीय सरना समिति ने सोमवार को पुरस्कृत किया.सिरम टोली सरना स्थल में सबसे पहले गुमला के सावरिया गांव सुनिल उरांव का टीम पहुचे थे। इन्हें पांच हज़ार और धोती, गमछा और साड़ी देकर सम्मानित किया गया।


पाहनो को भी सरना अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया:-

इस अवसर पर सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने कहा कि सरहुल शोभायात्रा में आदिवासियों की परंपरा और संस्कृति दिखता है। तिर्की ने कहा कि सरहुल पर्व को हमलोग राष्ट्रीय असतर तक पहुंचने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हर वर्ष सरहुल शोभायात्रा को पुरस्कारित का आयोजन जारी रहेगा। साथ ही उन्होंने बताया कि सरहुल महापर्व को नया साल के रूप में मनाते आ रहे हैं।धरती, सि़गाबोंगा की आराधना की जाती है। मौके पर
नुतन कच्छप,संदिप तिर्की,रामशरण तिर्की,सुरज मुंडा,प्रदीप कच्छप राजेश लिंडा,बिरसा मुंडा,सघन उरांव,प्रकाश हंश, अनिता हंस समेत अन्य शामिल थे।

भव्य शोभायात्रा में ये हुए पुरस्कारित:-
*प्रथम* पुरस्कार एक लाख रुपया पिपरटोली को दिया गया। इन्हें हासदा जंगल को झांकी में दर्शाया था।


*दुसरा* ग्राम विकास समिति मधुकम एंवम 12 पड़हा जतरा ताड़ अखाड़ा कोचा कोकर को 50 हजार देकर पुरस्कारित किया  यह झांकी प्रकृति को दर्शाया गया था।


*तीसरा* कोकर चौक छोटू मुंडा को 25 हजार देकर पुरस्कारित किया। इन्होंने आदिवासी की परंपरा संस्कृति और प्राकृतिक से जुड़े हुए झांकी को दर्शाया था।

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