आत्मसमर्पण करने वाले दो नक्सलियों को आर्थिक सहायता मिली हैं. गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा रांची डीसी को दोनों नक्सलियों को आर्थिक सहायता की राशि आवंटित करने का निर्देश दिया है. जिनमें नक्सली प्रेमनाथ उरांव के आश्रित को मकान के किराया देने के लिए 13500 रूपया और नक्सली रेशमी महली के पुत्र के शिक्षण शुल्क के 23400 रूपया की आर्थिक सहायता दी गई है ।

दोनों नक्सलियों ने रांची पुलिस के समक्ष किया था सरेंडर:-
दोनों नक्सलियों ने रांची पुलिस के समक्ष सरेंडर किया था. रश्मि महली ने 18 मई 2011 को एक अन्य महिला नक्सली गीता गंझू के साथ रांची के तत्कालीन एसएसपी साकेत सिंह समक्ष आत्मसमर्पण किया था. वहीं 5 जुलाई 2016 को माओवादियों के सिमडेगा सब जोन के सदस्य व कोलेबिरा के एरिया कमांडर प्रेमनाथ उरांव उर्फ प्रेमनाथ भगत दशम फॉल थाना के इनॉग्रेशन के मौके पर तत्कालीन डीजीपी डीजीपी डीके पांडेय के समक्ष सरेंडर किया था।
